अयोध्या: मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, आनन्द संवत्सर विक्रम संवत 2078, शक संवत 1943 (प्लव संवत्सर), मार्गशीर्ष. प्रतिपदा तिथि 09:27 AM तक उपरांत द्वितीया तिथि 05:50 AM तक उपरांत तृतीया. नक्षत्र ज्येष्ठा 07:47 AM तक उपरांत मूल 04:54 AM तक उपरांत पूर्वाषाढ़ा. शूल योग 12:07 AM तक, उसके बाद गण्ड योग. करण बव 09:27 AM तक, बाद बालव 07:37 PM तक, बाद कौलव 05:50 AM तक, बाद तैतिल. 05 दिसम्बर रविवार को राहु 03:45 PM से 05:03 PM तक है. 07:47 AM तक चन्द्रमा वृश्चिक उपरांत धनु राशि पर संचार करेगा.
सूर्योदय
6:40 AM
सूर्यास्त
5:03 PM
चन्द्रोदय
7:34 AM
चन्द्रास्त
6:08 PM
अयन
दक्षिणायन
द्रिक ऋतु
हेमंत
विक्रम संवत - 2078, आनन्द
शक सम्वत - 1943, प्लव
पूर्णिमांत - मार्गशीर्ष
अमांत - मार्गशीर्ष
तिथि
शुक्ल पक्ष प्रतिपदा - Dec 04 01:13 PM – Dec 05 09:27 AM
शुक्ल पक्ष द्वितीया [ क्षय तिथि ] - Dec 05 09:27 AM – Dec 06 05:50 AM
शुक्ल पक्ष तृतीया - Dec 06 05:50 AM – Dec 07 02:32 AM
नक्षत्र
ज्येष्ठा - Dec 04 10:47 AM – Dec 05 07:47 AM
मूल - Dec 05 07:47 AM – Dec 06 04:54 AM
पूर्वाषाढ़ा - Dec 06 04:54 AM – Dec 07 02:19 AM
करण
बव - Dec 04 11:20 PM – Dec 05 09:27 AM
बालव - Dec 05 09:27 AM – Dec 05 07:37 PM
कौलव - Dec 05 07:37 PM – Dec 06 05:50 AM
तैतिल - Dec 06 05:50 AM – Dec 06 04:08 PM
योग
शूल - Dec 05 04:21 AM – Dec 06 12:07 AM
गण्ड - Dec 06 12:07 AM – Dec 06 08:05 PM
वार
रविवार
त्यौहार और व्रत
हेमंत ऋतू
चंद्र दर्शन
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 6:40 AM
सूर्यास्त - 5:03 PM
चन्द्रोदय - Dec 05 7:34 AM
चन्द्रास्त - Dec 05 6:08 PM
अशुभ काल
राहू - 3:45 PM – 5:03 PM
यम गण्ड - 11:51 AM – 1:09 PM
कुलिक - 2:27 PM – 3:45 PM
दुर्मुहूर्त - 03:40 PM – 04:21 PM
वर्ज्यम् - 01:28 PM – 02:54 PM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त - 11:30 AM – 12:12 PM
अमृत काल - 11:20 PM – 12:45 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 05:03 AM – 05:51 AM
आनन्दादि योग
काण Upto - 07:47 AM
सिद्धि Upto - 04:54 AM
शुभ
सूर्या राशि
सूर्य वृश्चिक राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा दिसम्बर 05, 07:47 AM तक वृश्चिक राशि उपरांत धनु राशि पर संचार करेगा
चन्द्र मास
अमांत - मार्गशीर्ष
पूर्णिमांत - मार्गशीर्ष
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - मार्गशीर्ष 14, 1943
वैदिक ऋतु - हेमंत
द्रिक ऋतु - हेमंत
आज का सुविचार
चुनौतियों को स्वीकार करो, क्योकि इससे या तो सफलता मिलेगी या शिक्षा.