अयोध्या: डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के क्रीड़ा परिषद एवं उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को चतुर्थ अयोध्या हाफ मैराथन-2021 का आयोजन किया गया. 21 मिलोमीटर की हाफ मैराथन में लगभग एक हजार से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया.
यह भी पढ़ें: पीड़ित महिला को मिला नया राशन कार्ड
ये हुए पुरस्कृत
इस हाफ मैराथन के महिला वर्ग में प्रथम पुरस्कार 25 हजार का मुजफ्फरपुर की रूबी कश्यप को मिला. वहीं अमरोहा की रेनू को 21 हजार का द्वितीय पुरस्कार और तृतीय पुरस्कार अर्पिता सैनी मुजफरपुर को मिला, चतुर्थ पुरस्कार तामसी वाराणसी और पंचम पुरस्कार बरेली की विनीता गुर्जर मिला. इसके अलावा पुरूष वर्ग में 25 हजार का प्रथम पुरस्कार इलाहाबाद के श्याम को दिया गया. वहीं मेरठ के वीणू कुमार 21 हजार का द्वितीय पुरस्कार और 15 हजार का तृतीय पुरस्कार हरियाणा के सुनील कुमार को दिया गया.
अयोध्या के हरिओम तिवारी भी हुए पुरस्कृत
इसके अवावा अयोध्या के हरिओम तिवारी को चतुर्थ पुरस्कार 11 हजार और 7 हजार का पंचम पुरस्कार हरियाणा के अशोक पाल को दिया गया. पांच अन्य पुरूष एवं महिला वर्ग के प्रतिभागियों को एक-एक हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार दिया गया.
यह भी पढ़ें: डीआईजी ने परखी रामलला की सुरक्षा
डाॅ आरपी सिंह ने किया शुभारंभ
मैराथन प्रतियोगिता का शुभारम्भ मुख्य अतिथि अर्जुन अवार्ड से सम्मानित ओलम्पियन और उत्तर प्रदेश में खेल विभाग के निदेशक डाॅ आरपी सिंह एवं अवध विवि के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह ने किया. इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित जेएस भाटिया, अर्जुन अवार्ड से सम्मानित एथलेटिक्स गुलाब चन्द्र के साथ निदेशक क्रीड़ा भारती अवध प्रांत अवनीश सिंह, पीईएफआई के जनरल सेक्रेट्री पीयूष जैन, डोगरा रेजीमेंट के ब्रिगेडियर जेके एस व्रिक, अवध विश्वविद्यालय के कुलसचिव उमानाथ, वित्त अधिकारी धनजंय सिंह, मुख्य नियंता प्रो. अजय प्रताप सिंह ने मौजूद रहे.
मुख्य परिसर से प्रारम्भ होकर नाका बाईपास पहुंचा मैराथन
प्रतियोगिता विश्वविद्यालय परिसर से सुबह 7 बजे शुरू हुई. जिसके बाद मुख्य परिसर से प्रारम्भ होकर नाका बाईपास होते हुए मकबरा ओवरब्रिज से उतरकर पुष्पराज चैराहे से बायें कृष्णा पैलेस होते हुए कचहरी पहुंची. उसके बाद डीएम आवास, सहादतगंज हनुमानगढ़ी से कैण्ट की तरफ बढ़ते हुए निर्मुली कुंड तिराहा होते हुए आर्मी स्कूल से आर्मी मन्दिर की ओर बढ़ी.
एक अच्छी पहल
प्रतियोगिता के समापन पर मुख्य अतिथि डाॅ आरपी सिंह ने कहा कि आज विश्व में सबसे ज्यादा युवा भारत में हैं. प्रदेश में देखा जाये तो युवाओं की संख्या सबसे अधिक अपने प्रदेश में है. विश्वविद्यालय द्वारा इस तरह का आयोजन एक अच्छी पहल है. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रविशंकर सिंह ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी प्रतियोगिता में हार जीत होती रहती है. हार से सबक लेना चाहिए. निरन्तर प्रयास करते रहे. एक दिन ऐसा समय आयेगा कि आप सफलता की सीढ़ी पर चढ़ सकेंगे.