अयोध्याः रामकथा पार्क में चतुर्थ दीपोत्सव में राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की प्रशंसा की. राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में लगातार चौथी बार दीपोत्सव कार्यक्रम सफलतापूर्वक हो रहा है. यह दिव्य दीपोत्सव कार्यक्रम भगवान श्रीराम की नगरी की छवि को पर्यटन के मानचित्र पर पूरे विश्व में आलोकित कर रहा है.
महामारी से सभी को सावधान और सतर्क रहना है
राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी से सभी को सावधान और सतर्क रहना है. कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखें. फेस मास्क का प्रयोग करें और बार-बार हाथ धोते रहें. उन्होंने सभी पर्वों और त्योहारों के दौरान कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन करने की अपील की.
वर्चुअल दीपोत्सव पोर्टल लाॅन्च किया
राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने संयुक्त रूप से वर्चुअल दीपोत्सव www.virtualdeepotsav.com पोर्टल को लाॅन्च किया. मुख्यमंत्री ने डाक विभाग एवं डाॅ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के विशेष कवर का अनावरण किया. इस अवसर पर अयोध्या के विकास पर केन्द्रित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया.
विशिष्ट अतिथियों ने स्वागत और अभिनन्दन किया
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. नीलकंठ तिवारी, विधान परिषद सदस्य स्वतंत्रदेव सिंह ने भी सम्बोधित किया. रामकथा पार्क में हेलीकाॅप्टर से श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण के प्रतीक स्वरूपों का अवतरण हुआ. इनका राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री तथा विशिष्ट अतिथियों ने स्वागत और अभिनन्दन किया. इस दौरान भरत मिलाप का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ. श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण के मंच के आने पर उनका पूजन, वंदन एवं आरती कर भगवान श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक किया.
पूज्यनीय सन्तों का किया स्वागत
मुख्यमंत्री ने पूजनीय सन्तों का स्वागत, वंदन और अभिनन्दन भी किया. हेलीकाॅप्टर द्वारा पुष्प वर्षा का मनमोहक दृश्य प्रस्तुत किया गया. जिससे उपस्थित जनसमुदाय आनन्दित हुआ. सम्पूर्ण वातावरण श्रीराम की जयघोष से गूंज उठा. मुख्यमंत्री ने राम कथा पार्क में आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया. इस अवसर पर भगवान श्रीराम के लीला चरित्र से जुड़ी विभिन्न झांकियों सहित भव्य ‘शोभा यात्रा’ का आयोजन किया गया. यह मनोरम शोभायात्रा साकेत महाविद्यालय से प्रारम्भ हुई, जो अयोध्या के मुख्य मार्गों से होते हुए रामकथा पार्क में पूर्ण हुई.