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जर्जर विद्यालयों में जान जोखिम में डालकर नहीं पढ़ेंगे नौनिहाल, स्कूलों का होगा कायाकल्प

योगी सरकार (Yogi government) के निर्देश पर अयोध्या के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प (rejuvenation of government schools) किया जाएगा. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शासन के निर्देश पर जनपद के 403 परिषदीय विद्यालयों को चिह्नित किया है. ये या तो ध्वस्त किए जाएंगे या फिर मरम्मत की जाएगी.

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सरकारी प्राथमिक स्कूल
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Published : Aug 3, 2022, 1:00 PM IST

अयोध्या: प्रदेश में नौनिहालों की प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बेहद गंभीर दिखाई दे रही है. पूरे प्रदेश में अलग-अलग जनपदों के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित सरकारी स्कूलों को दुरुस्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. इसी क्रम में धर्म नगरी अयोध्या में भी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों के रख-रखाव और उनकी मरम्मत के साथ ही पुनर्निर्माण के लिए योजना तय की गई है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने ऐसे विद्यालयों की एक सूची बनानी शुरू कर दी है जो या तो जर्जर हैं या दुर्दशाग्रस्त हैं. ऐसे विद्यालयों को नए सिरे से रंगाकर और उनकी मरम्मत कर पढ़ाई के योग्य माहौल बनाया जाएगा.

शासन के निर्देश के बाद अयोध्या जनपद के परिषदीय विद्यालयों का कायाकल्प किया जाएगा. अयोध्या के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शासन के निर्देश पर जनपद के 403 परिषदीय विद्यालयों को चिह्नित किया है. इनके जर्जर रूम, भवन या तो ध्वस्त हो जाएंगे या फिर उनकी मरम्मत की जाएगी. इसके लिए एक कमेटी भी बनाई गई है जोकि जर्जर विद्यालयों का मूल्यांकन करेगी. इसकी रिपोर्ट शासन को दी जाएगी. इस मामले में शासन नया भवन बनाने और उसकी मरम्मत पर निर्णय लेगा.

बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष राय ने दी जानकारी

इसे भी पढ़े-विद्यालय में लटके बिजली के नंगे तार, बच्चों की जान से यूं हो रहा खिलवाड़

अयोध्या में जितने भी पुराने जर्जर विद्यालय हैं, उनमें पढ़ रहे बच्चों के जीवन को ध्यान में रखते हुए शासन ने यह फैसला लिया है कि जर्जर विद्यालयों के भवनों को गिराकर नया बनाया जाएगा या फिर उनकी मरम्मत की जाएगी. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष राय ने बताया कि जर्जर विद्यालयों को चिह्नित कर लिया गया है और अब कमेटी उसका मूल्यांकन कर रही है.

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अयोध्या: प्रदेश में नौनिहालों की प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बेहद गंभीर दिखाई दे रही है. पूरे प्रदेश में अलग-अलग जनपदों के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित सरकारी स्कूलों को दुरुस्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. इसी क्रम में धर्म नगरी अयोध्या में भी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों के रख-रखाव और उनकी मरम्मत के साथ ही पुनर्निर्माण के लिए योजना तय की गई है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने ऐसे विद्यालयों की एक सूची बनानी शुरू कर दी है जो या तो जर्जर हैं या दुर्दशाग्रस्त हैं. ऐसे विद्यालयों को नए सिरे से रंगाकर और उनकी मरम्मत कर पढ़ाई के योग्य माहौल बनाया जाएगा.

शासन के निर्देश के बाद अयोध्या जनपद के परिषदीय विद्यालयों का कायाकल्प किया जाएगा. अयोध्या के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शासन के निर्देश पर जनपद के 403 परिषदीय विद्यालयों को चिह्नित किया है. इनके जर्जर रूम, भवन या तो ध्वस्त हो जाएंगे या फिर उनकी मरम्मत की जाएगी. इसके लिए एक कमेटी भी बनाई गई है जोकि जर्जर विद्यालयों का मूल्यांकन करेगी. इसकी रिपोर्ट शासन को दी जाएगी. इस मामले में शासन नया भवन बनाने और उसकी मरम्मत पर निर्णय लेगा.

बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष राय ने दी जानकारी

इसे भी पढ़े-विद्यालय में लटके बिजली के नंगे तार, बच्चों की जान से यूं हो रहा खिलवाड़

अयोध्या में जितने भी पुराने जर्जर विद्यालय हैं, उनमें पढ़ रहे बच्चों के जीवन को ध्यान में रखते हुए शासन ने यह फैसला लिया है कि जर्जर विद्यालयों के भवनों को गिराकर नया बनाया जाएगा या फिर उनकी मरम्मत की जाएगी. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष राय ने बताया कि जर्जर विद्यालयों को चिह्नित कर लिया गया है और अब कमेटी उसका मूल्यांकन कर रही है.

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