अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि मामले पर सुप्रीम कोर्ट में फैसला सुरक्षित होने के साथ ही अयोध्या में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद जमीन विवाद पर सुनवाई पूरी कर ली थी. लगातार 40 दिन तक चली देश के इतिहास की दूसरी सबसे लंबी सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया गया है. फैसला 17 नवंबर तक आ सकता है.
सपा कार्यालय पर बुलाई बैठक
अयोध्या विवाद के संभावित फैसले को देखते हुए समाजवादी पार्टी ने सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सराहनीय कदम उठाया है. शुक्रवार को पूर्व राज्य मंत्री पवन पांडे ने जिले में स्थित सपा कार्यालय पर हिंदू व मुस्लिम समुदायों के लोगों की बैठक बुलाई.
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हमारे पूर्वजों की धरती है अयोध्या
इस बैठक में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी भी शामिल हुए. बैठक के दौरान पूर्व राज्यमंत्री पवन पांडे ने कहा कि अयोध्या (फैजाबाद) हमारी धरती है, हमारे पूर्वजों ने इस धरती पर जन्म लिया है, इस धरती को बचाना हम सभी की जिम्मेदारी है.
कोर्ट के फैसले का करें सम्मान
वो आगे कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी हो, हम सभी लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करेंगे. अयोध्या हिंदू-मुस्लिम एकता की धरती प्रतीक है. अगर यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की धरती है तो शहीद अशफाक उल्ला के शहादत की भी धरती है. फैसला जो भी हो इस धरती से प्यार का संदेश जाए.
मुस्लिम पक्षकार ने लोगों से की अपील
समाजवादी पार्टी की बैठक में पहुंचे मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द को लेकर समाजवादी पार्टी की पहल सराहनीय है. सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी हो हम उसका सम्मान करेंगे. उन्होंने कहा आपसी भाईचारा व प्रेम का संदेश देने के लिए दोनों समुदाय के लोग इकट्ठा हुए. जनता ऐसा कोई काम न करें कि अयोध्या से खराब संदेश जाए.