अयोध्या : प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर सूबे की सियासत दिनों दिन गरमाती जा रही है. भारतीय जनता पार्टी की राजनीति की धुरी रही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन नगरी अयोध्या एक बार फिर से चर्चा का केंद्र बनने वाली है. गांव की सियासत में जहां बीजेपी नेता राम मंदिर निर्माण के नाम पर वोट साधने की कोशिश में लगे हैं. वहीं विपक्षी नेता भी अयोध्या में अधूरे पड़े विकास कार्यों को लेकर देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी की सरकार में वन राज्यमंत्री रहे तेज नारायण पांडे 'पवन' ने बेहद आक्रामक तरीके से केंद्र और प्रदेश सरकार पर हमला बोला है और अयोध्या में अधूरे पड़े विकास कार्यो को लेकर प्रदेश की योगी सरकार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.
पवन पांडे ने कहा कि अयोध्या के लोगों को रोजगार नहीं मिला, अयोध्या के लोगों को अच्छी शिक्षा के संसाधन नहीं मिले, हर बार कभी भगवान राम की प्रतिमा के नाम पर, कभी राम की पैड़ी के विकास के नाम पर, कभी सौंदर्यीकरण के नाम पर बड़ी-बड़ी योजनाओं की घोषणा की जाती रही, लेकिन यह योजनाएं भी जमीन पर नहीं उतर पाईं. जो योजनाएं चल रही हैं, उसमें भ्रष्टाचार किया जा रहा है.
विपक्ष के निशाने पर सरकार
बता दें कि चाहे अयोध्या में भगवान राम की विशालकाय प्रतिमा के निर्माण की योजना हो, राम की पैड़ी के सौंदर्यीकरण की योजना हो, मंदिरों के जीर्णोद्धार की योजना हो या फिर श्रीराम एयरपोर्ट के निर्माण की योजना हो, इन सभी योजनाओं में प्रदेश सरकार के प्रयास अभी तक रंग नहीं ला पाए हैं. जहां भगवान राम की प्रतिमा के लिए अभी तक जमीन उपलब्ध नहींहो पाई है, वहीं मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण भी विवादों के घेरे में है. भारी भरकम रकम खर्च कर अयोध्या की राम की पैड़ी का जीर्णोद्धार किया गया, लेकिन बीते दिनों सीएम योगी के दौरे से 2 दिन पहले बनाए गए प्लेटफार्म के पानी छोड़े जाने के साथ ही बह जाने को लेकर विकास कार्यों में भ्रष्टाचार की एक बड़ी नजीर सामने आई, जिसे लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में होने वाले पंचायत चुनाव में विपक्ष बीजेपी को इन सभी मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है.