अयोध्याः योगी सरकार महिलाओं को जहां एक ओर आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. वहीं रामनगरी में इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं. अब महिला बंदियों द्वारा बनाई गई आगरबत्तियों से अयोध्या के मंदिर महकेंगे. अयोध्या मंडल कारागार में बंद महिला बंदियों को फूलों से अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. मंडल कारागार में मंगलवार को राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के तकनीकी सलाहकार जीएन सिंह ने श्रीराम आशीर्वाद अगरबत्ती का विमोचन किया. यह अगरबत्ती मंडल कारागार के महिला सुधार गृह में निरुद्ध 46 महिला बंदी बना रही हैं.
मंदिरों से निकले प्रतिदिन लगभग 20 कुंटल फूलों से यह अगरबत्ती बनाई जा रही है. इसके लिए एक मशीन अयोध्या के दर्शन नगर में लगाई गई है, जहां पर 20 कुंटल फूल की लुगदी बनाई जाती है. इसके बाद ये लुगदी मंडल कारागार लाया जाता है, जहां पर सुगंधित केमिकल डालकर महिलाएं अगरबत्ती बनाती हैं. मंडल कारागार में ही आगरबत्ती की पैकेजिंग भी की जा रही है. श्रीराम आशीर्वाद अगरबत्ती के नाम से यह अगरबत्ती मार्केटिंग की जाएगी. मंडल कारागार के अधीक्षक बृजेश कुमार ने बताया कि इसकी प्राइस फिक्स होने के बाद इसकी मार्केटिंग की जाएगी.
महिला कैदियों के लिए रोजगार का बड़ा साधन
श्रीराम आशीर्वाद अगरबत्ती का विमोचन करने के बाद मुख्यमंत्री के तकनीकी सलाहकार जीएन सिंह ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है, ताकि महिलाएं स्वावलंबी हो सके. एरोमा मिशन के अंतर्गत मंडल कारागार में पुष्पों से अगरबत्ती बनाने के लिए महिला बंदियों को स्वरोजगार देने की कोशिश की जा रही है. अब तक फूलों से अगरबत्ती शिर्डी के साईं बाबा मंदिर और गोरखपुर के गोरक्ष मंदिर में बनाई जा रही है. तीसरा अयोध्या होगा जहां पर मंडल कारागार में निरुद्ध बंदी महिलाओं द्वारा श्रीराम अगरबत्ती का निर्माण किया जा रहा है. कार्यक्रम में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व अपर जिला जज भागीरथी वर्मा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अभिनव तिवारी सीएसआईआर के डायरेक्टर डॉ रमेश श्रीवास्तव मौजूद रहे.