अयोध्या: जिले में एयरपोर्ट निर्माण के लिए अधिग्रहित जमीन के मुआवजे की राशि में असमानता का आरोप लगाते हुए किसानों ने प्रदर्शन किया. जिले में धर्मपुर गांव के किसानों ने प्रदर्शन कर मुआवजे की राशि को बढ़ाने की मांग की है. इस दौरान किसानों के साथ पूर्व सपा राज्यमंत्री तेज नारायण पांडे सहित कई सपा कार्यकर्ता भी मौजूद रहे.
- अधिग्रहित जमीन के मुआवजे की राशि बढ़ाने को लेकर किसानों ने किया प्रदर्शन
- धर्मपुर गांव के किसानों ने लगाया मुआवजे की राशि में असमानता का आरोप
- किसानों का आरोप अलग-अलग रेट में राजस्व विभाग दे रहा मुआवजे की राशि
श्रीराम एयरपोर्ट निर्माण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित की जाने वाली किसानों की जमीन का मुआवजा अलग-अलग रेट में होने से किसानों में नाराजगी है. इसे लेकर शनिवार को धर्मपुर गांव के किसानों ने शहर के गुलाब बाड़ी इलाके में सपा कार्यालय से कचहरी तक विरोध प्रदर्शन किया.
किसानों के साथ तमाम सपा कार्यकर्ता और नेता शामिल थे. प्रदर्शन पूर्व राज्यमंत्री तेज नारायण पांडे के नेतृत्व में किया गया. इस दौरान किसानों और सपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई. तेज बारिश में भीगते हुए पुलिसकर्मियों ने किसानों और सपाइयों प्रदर्शन करने से को रोका.
बता दें कि श्री राम एयरपोर्ट का विस्तार करने के लिए तीन गांवों की जमीन अधिग्रहित की जा रही है. जिनमें जनौरा, नंदापुर और धर्मपुर गांव की जमीन शामिल है. धर्मपुर गांव के किसानों का आरोप है कि जनौरा और नंदापुर गांव के किसानों को उनकी जमीन का अधिक मुआवजा मिल रहा है. धर्मपुर गांव के किसानों ने बताया कि उन्हें मुआवजे की राशि बहुत ही कम मिल रही है.
राजस्व विभाग के मुताबिक जनौरा और नंदापुर गांव की किसानों को 116 लाखों रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया जा रहा है. वहीं धर्मपुर गांव के किसानों को 21 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा तय किया गया है. ऐसा इसलिए है कि राजस्व विभाग में इन जमीनों का सर्किल रेट इतना ही है. इसी बात को लेकर किसान नाराज हैं और मुआवजे की राशि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्यमंत्री तेज नारायण पांडे पवन ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जानबूझकर किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. उन्होंने कहा कि हमें और किसानों को अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट बनाने से कोई एतराज नहीं है. हम इसका स्वागत करते हैं, लेकिन किसानों की जमीन को कब्जा कर एयरपोर्ट बनाया जाएगा, तो इसका विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि धर्मपुर के किसानों को सरकार उचित मुआवजा दे, नहीं तो उनके सामने आत्महत्या ही एक विकल्प होगा और समाजवादी पार्टी ऐसा नहीं होने देगी.