अयोध्या : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर बहुजन समाज पार्टी (BSP ) ने अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया है. बसपा ने शुक्रवार से अयोध्या में ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत की. इस दौरान बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र की अगुवाई में इस सम्मेलन का आयोजन किया गया
सम्मेलन में पार्टी ने यह बताने की कोशिश की कि वह ब्राह्मणों के हितों की हर हाल में रक्षा करेगी. इस दौरान मंच से सतीश चंद्र मिश्र ने खुशी दुबे का नाम लेकर ब्राह्मणों के अहम को झंकझोरने और पार्टी के पक्ष में लाने का हर संभव प्रयास किया.
इसके पूर्व ब्राह्मण सम्मेलन का राम नगरी अयोध्या से आगाज करने पहुंचे बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने शुक्रवार दोपहर वैदिक मंत्रोचार के बीच सवा क्विंटल दूध से मां सरयू का अभिषेक किया. आरती की. इस दौरान सतीश चंद्र मिश्र ने कई संतों से भी मुलाकात की.
मीडिया के सवालों के जवाब में बसपा राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि जो लोग ऐसा सोचते हैं कि भगवान श्रीराम सिर्फ उनके हैं, उनकी सोच संकुचित है. कहा कि हम धर्म की राजनीति नहीं करते. हम ब्राह्मण समाज से हैं, सभी भगवान में आस्था रखते हैं.
कहा कि भगवान श्रीराम में उनकी हमेशा से आस्था रही है. सुबह उठकर भगवान श्रीराम का ही पूजन अर्चन करते हैं. कहा, 'वैसे भी हम ब्राह्मण हैं, भगवान की पूजा-अर्चना हमारे कर्म में शामिल है. भगवान राम की नगरी श्रीरामलला का दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेकर कार्यक्रम शुरु करेंगे'.
कहा, 'भाजपा के लोग अगर कहते हैं कि भगवान श्रीराम सिर्फ उनके हैं. यह उनकी संकुचित विचारधारा है. भगवान राम तो सभी के हैं. भगवान राम का दायरा सीमित नहीं है. हम सभी की आस्था भगवान श्रीराम में है. आज अयोध्या से 2022 चुनावी अभियान की शुरुआत करने के पीछे उद्देश्य भी यही संदेश देना है'.
सतीश चंद्र मिश्र ने यह भी कहा कि भगवान श्रीराम के प्रति सबकी आस्था है. अयोध्या नगरी भगवान श्रीराम की जन्मस्थली है. इसलिए आज अयोध्या से ही ब्राह्मण समाज को जोड़ने का अभियान शुरू किया जा रहा है.
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आम जनता से होगा बसपा का गठबंधन
साल 2022 में बसपा के गठबंधन के सवाल पर सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि आज हम अपने गठबंधन के बारे में खुलासा कर रहे हैं. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में हमारा गठबंधन प्रदेश की आम जनता के साथ होगा.
आम जनता के सहयोग से साल 2022 में एक बार फिर से पूर्ण बहुमत की बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनेगी. किसी अन्य राजनीतिक दल से हमारा कोई गठबंधन नहीं होगा. साल 2022 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी अपने बलबूते लड़ेगी. पूरे प्रदेश में हमारे प्रत्याशी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेंगे. साल 2022 में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनेगी.
सोच से बढ़कर करेंगे खुशी दुबे की मदद
बिकरु कांड के आरोपी खुशी दुबे को कानूनी मदद देने के सवाल पर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि जिस तरह से एक नाबालिग लड़की को सलाखों के पीछे रखा गया है, यह कतई सही नहीं है.
बेवजह अभी तक उसे सलाखों के पीछे रखा गया है. खुशी दुबे को जो भी कानूनी मदद की जरूरत होगी हम करेंगे. बल्कि उन्होंने जितना नहीं सोचा होगा, उससे ज्यादा मदद हम करेंगे. हमारा प्रयास होगा कि खुशी दुबे को इंसाफ मिले.
बसपा अपना रही 2007 चुनाव की रणनीति
राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो बसपा प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान, सुरक्षा और तरक्की आदि को लेकर विचार संगोष्ठी के नाम पर अयोध्या से ब्राह्मण वोटरों को एकजुट करने का प्रयास कर रही है. इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी. आगामी 24 और 25 जुलाई को आंबेडकर नगर, 26 जुलाई को इलाहाबाद, 27 जुलाई को कौशांबी, 28 जुलाई को प्रतापगढ़ और 29 जुलाई को सुल्तानपुर में इसी तरह के आयोजन होंगे.
बता दें कि बसपा एक बार फिर 2007 की रणनीति अपना कर यूपी की सत्ता में काबिज होना चाह रही है. साल 2007 के विधानसभा चुनाव में तब बसपा को ब्राह्मण समाज ने हाथों हाथ लिया था. इस दौरान बसपा की मजबूत स्थिति को देखकर मुस्लिम वोटर भी बसपा के साथ ही आ गया था. इससे बसपा और मजबूत होकर उभरी थी.