अयोध्या: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अयोध्या का दौरा किया. सीएम का यह दौरा धार्मिक कार्यों को समर्पित रहा. इस बीच उन्होंने दीपोत्सव की तैयारी का जायजा भी लिया. साथ ही संबंधित अधिकारियों को दिव्य और भव्य दीपोत्सव की तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए निर्देशित किया. सबसे पहले सीएम योगी ने रामास्वामी टेंपल पहुंचकर संत रामानुजाचार्य की राजस्थान के सफेद संगमरमर से बनी 4 फीट की मूर्ति का अनावरण किया.
मूर्ति का अनावरण करने के बाद सीएम योगी श्रीराम मंत्र महायज्ञ में शामिल हुए. महायज्ञ में संत धर्म आचार्यों ने अंग वस्त्र पहनाकर सीएम का स्वागत किया. इसके बाद सीएम योगी ने कार्यक्रम में संबोधन किया. संबोधित के समय सीएम ने कहा कि यह राम मंत्र का ही प्रभाव है, जिससे आज राम मंदिर का निर्माण हो रहा है.
उन्होंने कहा कि अयोध्या में इस तरह का वातावरण सृजित हो जाना चाहिए जिससे देश और दुनिया ही नहीं अखंड ब्रम्हांड में अयोध्या का आध्यात्मिक संदेश पहुंचे. बता दें कि अयोध्या में संत रामानुजाचार्य की 1000वीं जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई गई. इस दौरान अयोध्या के ऋणमोचन घाट क्षेत्र स्थित 120 वर्ष पुराने रामास्वामी मंदिर में पहली बार संत रामानुजाचार्य के मूर्ति स्थापना की गई.
कौन थे जगदगुरु रामानुजाचार्य
रामानुजाचार्य का जन्म तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में 1017 में हुआ था. उन्होंने वेदों की शिक्षा अपने गुरु यादव प्रकाश से ली थी. वैदिक दार्शनिक और समाज सुधारक रामानुजाचार्य ने भक्ति आंदोलन को पुनर्जीवित किया. उन्होंने पूरे देश में घूम-घूमकर समानता और सामाजिक न्याय की वकालत की और समाज को प्रेरित किया. रामानुजाचार्य के आध्यात्मिक गुरु श्री यामुनाचार्य भी प्रमुख आलवार संत थे. वैष्णव धर्म के प्रचारक रहे रामानुजाचार्य 120 वर्ष की आयु में ब्रह्मलीन हो गए.
इसे भी पढ़े-बाढ़ से निपटने को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे CM Yogi, फील्ड पर उतरकर भी जानेंगे हालात
यह भी पढ़े-गृहमंत्री अमित शाह ने काशी में सीएम योगी संग गुजरात चुनाव को लेकर बनाई रणनीति