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जिसे खुद पर शक होगा, वहीं अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण पर संदेह करेगाः सीएम

'श्री विष्णु सर्व अद्भुत शांति महायज्ञ' की पूर्णाहुति कार्यक्रम में सीएम योगी ने हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने 101 पुरोहित मंत्रोच्चारण और विधि-विधान से पूजा की. संतों और उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि अब तो जिसे खुद पर शक होगा, वहीं अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण पर संदेह करेगा.

सीएम योगी.
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Published : Dec 1, 2021, 2:23 PM IST

Updated : Dec 1, 2021, 3:45 PM IST

अयोध्याः महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट की ओर से 17 से 27 नवम्बर तक नोएडा में 'श्री विष्णु सर्व अद्भुत शांति महायज्ञ' का आयोजन किया गया था. इस महायज्ञ की पूर्णाहुति बुधवार को अयोध्या स्थित महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ परिसर में हुई. इस अनुष्ठान के समापन समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रुप में शामिल हुए. सीएम योगी ने वैदिक मंत्रोचार के बीच हवन कुंड में आहुतियां डाली. इस दौरान कई संत भी शामिल हुए.

इसके बाद कार्यक्रम के दौरान संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आपको याद होगा, 2017 में हम आए, रामलीला का मंचन करना था, दुनिया के अलग-अलग देशों ने रामलीला मंचन करने वालों को बुलाया गया. दुनिया में इंडोनेशिया सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है, वहां से भी लोग आये, उसमें जितने भी पात्र थे, वो सभी मुस्लिम थे.

'श्री विष्णु सर्व अद्भुत शांति महायज्ञ' की पूर्णाहुति कार्यक्रम में सीएम योगी ने हिस्सा लिया.

सीएम ने कहा कि राम तो हम सबके पूर्वज हैं, इसीलिए हम सब रामायण से जुड़े हुए हैं. आज विश्व भी अयोध्या से जुड़ने पर गर्व महसूस करता है. कहा कि अयोध्या में रामजन्म भूमि को अपवित्र करने का काम मोहम्मद गोरी के आने से पहले ही हो गया था. समय-समय पर हमले होते रहे. हमारे भाव और भावनाओं को कुंद करने का काम होता रहा, लेकिन अयोध्या कभी चुप नहीं बैठी. क्योंकि राम ने न कभी अन्याय किया न सहा.

इसे भी पढ़ें- संत देव मुरारी बापू का आरोप, सीएम योगी के इशारे पर मुझे फंसाया जा रहा

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो अत्याचार करते थे. उनका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अयोध्या हमेशा खड़ी रही. जब सब एक साथ खड़े हुए, एक अद्भुत संयोग बना तो प्रधानमंत्री ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर का शिलान्यास कर दिया. अब तो जिसे खुद पर शक होगा, वहीं अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण पर संदेह करेगा.

सीएम ने आगे कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व श्रीलंका के राजदूत यहां पर अशोक वाटिका की शिला को लेकर के आए थे. राम मंदिर के निर्माण के लिए, उसे दान करने के लिए. उन्होंने कहा कि दुनिया आज आपके साथ जुड़ रही है, दुनिया आज अयोध्या के साथ मानवीयता संबध स्थापित कर रही है.

योगी ने कहा कि महाभारत जैसा महाग्रंथ कहीं नहीं होगा. महाभारत में सब कुछ निहित है जो हमारे वेदों में हैं जो हमारे पुराणों में हैं. एक साजिश हुई थी कि महाभारत जैसे ग्रंथों को लोग अपने घरों में न रखे. महाभारत ग्रंथ का रूप श्रीमदभगवत गीता भी है, जिसे देश में राष्ट्रीय ग्रंथ माना जाता है. हमारे न्यायालयों में उसे साक्षी माना जाता है.

अयोध्या ने कभी हार नहीं मानी...

सीएम ने कहा कि पवित्र नगरी सदियों से विदेशी आक्रांताओं के कुत्सित प्रयासों का शिकार रही है लेकिन अयोध्या ने कभी हार नहीं मानी. आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. पूरे विश्व में एक नया संदेश जा रहा है. यह प्राचीन नगरी देश के लिए गौरव है. सिर्फ अयोध्या ही नहीं, भारत ही नहीं बल्कि विदेश में रहने वाले कई नागरिक और कई अन्य धर्मों की पूजा उपासना में विश्वास रखने वाले लोग भी भगवान राम की इस नगरी के प्रति अपनी आस्था रखते हैं.

सीएम ने कहा कि वर्ष 2017 में जब अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी उस समय इंडोनेशिया से आए रामलीला दल के कलाकारों से मुलाकात की थी. उन कलाकारों ने बताया था कि भले ही हमारे पूर्वजों ने अपनी पूजा पद्धति को बदल दिया हो लेकिन हम आज भी खुद को भगवान राम का ही वंशज मानते हैं. रामलीला हमारे लिए सिर्फ एक कार्यक्रम की प्रस्तुति नहीं बल्कि हमारी आस्था से जुड़ी हुई है.

उन्होंने कहा कि महर्षि महेश योगी ने अपने प्रयासों से भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रचार प्रसार के लिए जो कार्य किए वह अनुकरणीय हैं. मेरा सुझाव है कि हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए.

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अयोध्याः महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट की ओर से 17 से 27 नवम्बर तक नोएडा में 'श्री विष्णु सर्व अद्भुत शांति महायज्ञ' का आयोजन किया गया था. इस महायज्ञ की पूर्णाहुति बुधवार को अयोध्या स्थित महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ परिसर में हुई. इस अनुष्ठान के समापन समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रुप में शामिल हुए. सीएम योगी ने वैदिक मंत्रोचार के बीच हवन कुंड में आहुतियां डाली. इस दौरान कई संत भी शामिल हुए.

इसके बाद कार्यक्रम के दौरान संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आपको याद होगा, 2017 में हम आए, रामलीला का मंचन करना था, दुनिया के अलग-अलग देशों ने रामलीला मंचन करने वालों को बुलाया गया. दुनिया में इंडोनेशिया सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है, वहां से भी लोग आये, उसमें जितने भी पात्र थे, वो सभी मुस्लिम थे.

'श्री विष्णु सर्व अद्भुत शांति महायज्ञ' की पूर्णाहुति कार्यक्रम में सीएम योगी ने हिस्सा लिया.

सीएम ने कहा कि राम तो हम सबके पूर्वज हैं, इसीलिए हम सब रामायण से जुड़े हुए हैं. आज विश्व भी अयोध्या से जुड़ने पर गर्व महसूस करता है. कहा कि अयोध्या में रामजन्म भूमि को अपवित्र करने का काम मोहम्मद गोरी के आने से पहले ही हो गया था. समय-समय पर हमले होते रहे. हमारे भाव और भावनाओं को कुंद करने का काम होता रहा, लेकिन अयोध्या कभी चुप नहीं बैठी. क्योंकि राम ने न कभी अन्याय किया न सहा.

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योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो अत्याचार करते थे. उनका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अयोध्या हमेशा खड़ी रही. जब सब एक साथ खड़े हुए, एक अद्भुत संयोग बना तो प्रधानमंत्री ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर का शिलान्यास कर दिया. अब तो जिसे खुद पर शक होगा, वहीं अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण पर संदेह करेगा.

सीएम ने आगे कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व श्रीलंका के राजदूत यहां पर अशोक वाटिका की शिला को लेकर के आए थे. राम मंदिर के निर्माण के लिए, उसे दान करने के लिए. उन्होंने कहा कि दुनिया आज आपके साथ जुड़ रही है, दुनिया आज अयोध्या के साथ मानवीयता संबध स्थापित कर रही है.

योगी ने कहा कि महाभारत जैसा महाग्रंथ कहीं नहीं होगा. महाभारत में सब कुछ निहित है जो हमारे वेदों में हैं जो हमारे पुराणों में हैं. एक साजिश हुई थी कि महाभारत जैसे ग्रंथों को लोग अपने घरों में न रखे. महाभारत ग्रंथ का रूप श्रीमदभगवत गीता भी है, जिसे देश में राष्ट्रीय ग्रंथ माना जाता है. हमारे न्यायालयों में उसे साक्षी माना जाता है.

अयोध्या ने कभी हार नहीं मानी...

सीएम ने कहा कि पवित्र नगरी सदियों से विदेशी आक्रांताओं के कुत्सित प्रयासों का शिकार रही है लेकिन अयोध्या ने कभी हार नहीं मानी. आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. पूरे विश्व में एक नया संदेश जा रहा है. यह प्राचीन नगरी देश के लिए गौरव है. सिर्फ अयोध्या ही नहीं, भारत ही नहीं बल्कि विदेश में रहने वाले कई नागरिक और कई अन्य धर्मों की पूजा उपासना में विश्वास रखने वाले लोग भी भगवान राम की इस नगरी के प्रति अपनी आस्था रखते हैं.

सीएम ने कहा कि वर्ष 2017 में जब अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी उस समय इंडोनेशिया से आए रामलीला दल के कलाकारों से मुलाकात की थी. उन कलाकारों ने बताया था कि भले ही हमारे पूर्वजों ने अपनी पूजा पद्धति को बदल दिया हो लेकिन हम आज भी खुद को भगवान राम का ही वंशज मानते हैं. रामलीला हमारे लिए सिर्फ एक कार्यक्रम की प्रस्तुति नहीं बल्कि हमारी आस्था से जुड़ी हुई है.

उन्होंने कहा कि महर्षि महेश योगी ने अपने प्रयासों से भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रचार प्रसार के लिए जो कार्य किए वह अनुकरणीय हैं. मेरा सुझाव है कि हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए.

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Last Updated : Dec 1, 2021, 3:45 PM IST
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