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राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण हिंदुस्तान के स्वाभिमान की पुर्नप्रतिष्ठा का विषय है: चंपत राय

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पवित्र भूमि का अपमान धुल जाएगा. उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण हिंदुस्तान के स्वाभिमान की पुर्नप्रतिष्ठा का विषय है.

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Published : May 21, 2020, 7:09 PM IST

Updated : May 21, 2020, 7:32 PM IST

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय

अयोध्या: राम जन्मभूमि परिसर को समतलीकरण करने का कार्य जारी है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि राम जन्मभूमि पर पहली बार मंदिर का निर्माण नहीं हो रहा है. यहां पहले राम मंदिर था और उसी स्थल पर मंदिर का दोबारा निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण हिंदुस्तान के स्वाभिमान की पुर्नप्रतिष्ठा का विषय है.

राम जन्मभूमि पर मंदिर पर चंपत राय का बयान.

राम मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट धीरे-धीरे अब मंदिर निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. राम जन्मभूमि परिसर में पिछले 10 दिन से हो रहे कार्यों का ब्यौरा देने के बाद ट्रस्ट ने कहा कि निर्माण की दिशा में काफी कार्य किए जा चुके हैं.

रामजन्म भूमि परिसर में लोहे की बैरिकेडिंग हटाई जा चुकी है. हाईकोर्ट के आदेश पर जिस स्थल पर खुदाई कराई गई थी, वहां आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में पुराने प्रतीक चिन्ह मिल रहे हैं.

देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, पुष्प कलश, दोरजाम्ब आदि दुर्लभ कलाकृतियां अब तक निकाली गई हैं. समतलीकरण के दौरान अब तक 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तंभ, 6 रेडी सैंड स्टोन के स्तंभ, 5 फुट की नक्काशीनुमा शिवलिंग और मेहराब के पत्थर पाए गए हैं.

केवल राम मंदिर समझना उचित नहीं
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र टेस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि अयोध्या में बनने वाले मंदिर को सिर्फ राम मंदिर समझना इसकी भावना को बदलने जैसा है. उन्होंने कहा कि यह भगवान राम की जन्मभूमि है, जिसकी काफी अदला बदली नहीं हो सकती. ऐसे में यहां बनने वाले रामलला के मंदिर का विशेष महत्व है.

चंपत राय ने कहा है कि राम मंदिर किसी भी स्थल पर बनाया जा सकता है, लेकिन विदेशी आक्रांताओं ने जो पवित्र धरती का अपमान किया है, उसका परिमार्जन संभव नहीं हो सकेगा. उन्होंने कहा कि अपमान को धुलना आवश्यक है. अयोध्या में रामलला के मंदिर का निर्माण कर पवित्र स्थल के के अपमान को धुलने का कार्य किया जाएगा.

राम जन्मभूमि पर पहली बार नहीं बन रहा मंदिर
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि रामलला का अयोध्या में राम जन्मभूमि पर पहली बार मंदिर नहीं बन रहा है, जिस स्थल पर पूर्व में मंदिर था वहीं पर दोबारा मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है. चंपत राय ने कहा है कि जो सरदार पटेल की भावना थी और जो शहर सड़कों और पर अस्पताल के नाम बदलने वालों की भावना थी, वही अयोध्या के समाज की निरंतर 1528 से चली आ रही है.

राम मंदिर देश की पुनर्प्रतिष्ठा का विषय
चंपत राय ने कहा कि राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण हिंदुस्तान के सम्मान की पुर्नप्रतिष्ठा का विषय है. उन्होंने कहा है कि हम इस दिशा में काफी आगे बढ़ चुके हैं. राम जन्मभूमि परिसर में क्या हो रहा है, अगली बार इसकी जानकारी 15 से 20 दिन में उपलब्ध कराई जाएगी.

अयोध्या: राम जन्मभूमि परिसर को समतलीकरण करने का कार्य जारी है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि राम जन्मभूमि पर पहली बार मंदिर का निर्माण नहीं हो रहा है. यहां पहले राम मंदिर था और उसी स्थल पर मंदिर का दोबारा निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण हिंदुस्तान के स्वाभिमान की पुर्नप्रतिष्ठा का विषय है.

राम जन्मभूमि पर मंदिर पर चंपत राय का बयान.

राम मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट धीरे-धीरे अब मंदिर निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. राम जन्मभूमि परिसर में पिछले 10 दिन से हो रहे कार्यों का ब्यौरा देने के बाद ट्रस्ट ने कहा कि निर्माण की दिशा में काफी कार्य किए जा चुके हैं.

रामजन्म भूमि परिसर में लोहे की बैरिकेडिंग हटाई जा चुकी है. हाईकोर्ट के आदेश पर जिस स्थल पर खुदाई कराई गई थी, वहां आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में पुराने प्रतीक चिन्ह मिल रहे हैं.

देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, पुष्प कलश, दोरजाम्ब आदि दुर्लभ कलाकृतियां अब तक निकाली गई हैं. समतलीकरण के दौरान अब तक 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तंभ, 6 रेडी सैंड स्टोन के स्तंभ, 5 फुट की नक्काशीनुमा शिवलिंग और मेहराब के पत्थर पाए गए हैं.

केवल राम मंदिर समझना उचित नहीं
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र टेस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि अयोध्या में बनने वाले मंदिर को सिर्फ राम मंदिर समझना इसकी भावना को बदलने जैसा है. उन्होंने कहा कि यह भगवान राम की जन्मभूमि है, जिसकी काफी अदला बदली नहीं हो सकती. ऐसे में यहां बनने वाले रामलला के मंदिर का विशेष महत्व है.

चंपत राय ने कहा है कि राम मंदिर किसी भी स्थल पर बनाया जा सकता है, लेकिन विदेशी आक्रांताओं ने जो पवित्र धरती का अपमान किया है, उसका परिमार्जन संभव नहीं हो सकेगा. उन्होंने कहा कि अपमान को धुलना आवश्यक है. अयोध्या में रामलला के मंदिर का निर्माण कर पवित्र स्थल के के अपमान को धुलने का कार्य किया जाएगा.

राम जन्मभूमि पर पहली बार नहीं बन रहा मंदिर
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि रामलला का अयोध्या में राम जन्मभूमि पर पहली बार मंदिर नहीं बन रहा है, जिस स्थल पर पूर्व में मंदिर था वहीं पर दोबारा मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है. चंपत राय ने कहा है कि जो सरदार पटेल की भावना थी और जो शहर सड़कों और पर अस्पताल के नाम बदलने वालों की भावना थी, वही अयोध्या के समाज की निरंतर 1528 से चली आ रही है.

राम मंदिर देश की पुनर्प्रतिष्ठा का विषय
चंपत राय ने कहा कि राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण हिंदुस्तान के सम्मान की पुर्नप्रतिष्ठा का विषय है. उन्होंने कहा है कि हम इस दिशा में काफी आगे बढ़ चुके हैं. राम जन्मभूमि परिसर में क्या हो रहा है, अगली बार इसकी जानकारी 15 से 20 दिन में उपलब्ध कराई जाएगी.

Last Updated : May 21, 2020, 7:32 PM IST
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