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राम विवाह के उत्सव में गुलजार है अयोध्या, मठ-मंदिरों में बज रहे मंगल गीत

आजु मिथिला नगरिया निहाल सखिया, चारों दुलहा में बड़का कमाल सखिया. गीतों के साथ राम नगरी अयोध्या में भगवान राम समेत चारों भाइयों के विवाहोत्सव का कार्यक्रम उल्लास पूर्वक मनाया जा रहा है. भारी संख्या में श्रद्धालु पूरे देश से अयोध्या नगरी में एकत्र हुए हैं.

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Published : Dec 19, 2020, 8:33 PM IST

राम विवाह
राम विवाह

अयोध्याः चारों दुलहा में बड़का कमाल सखिया, आजु मिथिला नगरिया निहाल सखिया. माथे मणि मंडप सोहे कुंडल सोहे कनवा, कजरारे - कजरारे तोहरे नयनवा. मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को कनक भवन, विअहुति भवन, रंग महल, दशरथ महल, जानकी महल ट्रस्ट, राम हर्षण कुञ्ज, रामसखी मंदिर, दिव्यकला कुञ्ज सहित विभिन्न मठ-मंदिरों में सीताराम विवाहोत्सव पर श्रीराम के दूल्हा रूप के गीत गूंजते रहे.

राम विवाहोत्सव की धूम.

राम विवाहोत्सव का आयोजन
श्रीरामवल्लाभाकुंज सहित कुछ मंदिरों में बारात तो नहीं निकलती लेकिन वैदिक मंत्रोच्चार के बीच यह महोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार मार्गशीर्ष पंचमी तिथि पर श्री राम विवाहोत्सव का आयोजन होता है.

श्रीराम विवाहोत्सव मार्गशीर्ष द्वितीया से ही शुरू
विअहुति भवन, जानकी महल ट्रस्ट, कनक भवन, बड़ा स्थान दशरथ महल, दिव्यकला कुंज-रूपकला कुंज, श्रीराम वल्लभाकुंज, प्राचीन जगन्नाथ मंदिर, माधुरी कुंज, रंगमहल, रामहर्षण कुंज, रामसखी मंदिर सहित विभिन्न मठ-मंदिरों में श्रीराम विवाहोत्सव मार्गशीर्ष द्वितीया से ही शुरू हो गया था.

नगर के प्रमुख मार्गों से निकलेगी बारात
धर्माचार्यों के साथ श्रद्धालु जय श्री राम और राम जी की निकली सवारी जैसे गीतों को लयबद्ध कर श्रद्धा से प्रफुल्लित हो रहे हैं. मंदिरों से भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के दूल्हा स्वरुप और बारातियों में महर्षि गुरु वशिष्ठ, राजा दशरथ, हनुमंत लला, जामवंत आदि से सजी बारात निकलने की तैयारी है. प्रसिद्ध कनक भवन मंदिर और विअहुति भवन और जानकी महल ट्रस्ट की रामबारात की भव्यता देखने लायक है. बैंड-बाजे, हाथी-घोड़ों से सजी बारात सतरंगी आतिशबाजी और झिलमिल रोशनियों के बीच नगर के प्रमुख मार्गों पर निकलने की तैयारी है.

द्वारपूजा के साथ होंगे कई कार्यक्रम
मंदिरों में बारात के वापस लौटने के साथ ही वैदिक परंपरा के मुताबिक भगवान राम और चारों भाइयों का द्वारपूजा के साथ अन्य विवाह की रस्में उल्लासपूर्ण माहौल में होंगी. देर रात मठ-मंदिरों में वैदिक रीति-रिवाज से श्री राम विवाह की तैयारियां हैं. राम नगरी श्रीसीताराम विवाह के उल्लासपूर्ण रंग में डूब गई है.

बड़ी संख्या में जुटे हैं श्रद्धालु
संत-धर्माचार्यों के साथ विअहुति भवन, जानकी महल, रामहर्षण कुंज समेत अन्य मंदिरों में आयोजित हो रहे विवाहोत्सव में शामिल होने के लिए दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, बंगलुरु सहित प्रदेश के विभिन्न शहरों से बड़ी संख्या श्रद्धालु जुटे हैं.

अयोध्याः चारों दुलहा में बड़का कमाल सखिया, आजु मिथिला नगरिया निहाल सखिया. माथे मणि मंडप सोहे कुंडल सोहे कनवा, कजरारे - कजरारे तोहरे नयनवा. मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को कनक भवन, विअहुति भवन, रंग महल, दशरथ महल, जानकी महल ट्रस्ट, राम हर्षण कुञ्ज, रामसखी मंदिर, दिव्यकला कुञ्ज सहित विभिन्न मठ-मंदिरों में सीताराम विवाहोत्सव पर श्रीराम के दूल्हा रूप के गीत गूंजते रहे.

राम विवाहोत्सव की धूम.

राम विवाहोत्सव का आयोजन
श्रीरामवल्लाभाकुंज सहित कुछ मंदिरों में बारात तो नहीं निकलती लेकिन वैदिक मंत्रोच्चार के बीच यह महोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार मार्गशीर्ष पंचमी तिथि पर श्री राम विवाहोत्सव का आयोजन होता है.

श्रीराम विवाहोत्सव मार्गशीर्ष द्वितीया से ही शुरू
विअहुति भवन, जानकी महल ट्रस्ट, कनक भवन, बड़ा स्थान दशरथ महल, दिव्यकला कुंज-रूपकला कुंज, श्रीराम वल्लभाकुंज, प्राचीन जगन्नाथ मंदिर, माधुरी कुंज, रंगमहल, रामहर्षण कुंज, रामसखी मंदिर सहित विभिन्न मठ-मंदिरों में श्रीराम विवाहोत्सव मार्गशीर्ष द्वितीया से ही शुरू हो गया था.

नगर के प्रमुख मार्गों से निकलेगी बारात
धर्माचार्यों के साथ श्रद्धालु जय श्री राम और राम जी की निकली सवारी जैसे गीतों को लयबद्ध कर श्रद्धा से प्रफुल्लित हो रहे हैं. मंदिरों से भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के दूल्हा स्वरुप और बारातियों में महर्षि गुरु वशिष्ठ, राजा दशरथ, हनुमंत लला, जामवंत आदि से सजी बारात निकलने की तैयारी है. प्रसिद्ध कनक भवन मंदिर और विअहुति भवन और जानकी महल ट्रस्ट की रामबारात की भव्यता देखने लायक है. बैंड-बाजे, हाथी-घोड़ों से सजी बारात सतरंगी आतिशबाजी और झिलमिल रोशनियों के बीच नगर के प्रमुख मार्गों पर निकलने की तैयारी है.

द्वारपूजा के साथ होंगे कई कार्यक्रम
मंदिरों में बारात के वापस लौटने के साथ ही वैदिक परंपरा के मुताबिक भगवान राम और चारों भाइयों का द्वारपूजा के साथ अन्य विवाह की रस्में उल्लासपूर्ण माहौल में होंगी. देर रात मठ-मंदिरों में वैदिक रीति-रिवाज से श्री राम विवाह की तैयारियां हैं. राम नगरी श्रीसीताराम विवाह के उल्लासपूर्ण रंग में डूब गई है.

बड़ी संख्या में जुटे हैं श्रद्धालु
संत-धर्माचार्यों के साथ विअहुति भवन, जानकी महल, रामहर्षण कुंज समेत अन्य मंदिरों में आयोजित हो रहे विवाहोत्सव में शामिल होने के लिए दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, बंगलुरु सहित प्रदेश के विभिन्न शहरों से बड़ी संख्या श्रद्धालु जुटे हैं.

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