अयोध्या: बसपा सरकार में मंत्री रहे पूर्व विधायक राज किशोर सिंह शुक्रवार को धर्म नगरी अयोध्या पहुंचे. यहां उन्होंने रामलला का दर्शन किया और बताया कि सबसे पहले रामलला का दर्शन करने बसपा के नेता ही पहुंचे थे. उसके बाद सभी दल के नेता अयोध्या में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं.
भले ही बीते 3 दशक से अधिक समय से अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं के अलावा संघ और भी आंदोलन करती रही है, लेकिन अब जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. तब खुद को दूसरे से बड़ा राम भक्त साबित करने वालों की कोई कमी नहीं है. लगातार राजनीतिक दल के नेता अयोध्या में रामलला के दरबार में हाजिरी लगाकर उनसे 2022 में जीत का आशीर्वाद मांग रहे हैं. चाहे अरविंद केजरीवाल हो या सपा कांग्रेस का कोई नेता हर कोई खुद को राम भक्त बता रहा है.
'राम विरोधी भी पहुंच रहे हैं अयोध्या'
पूर्व मंत्री राज किशोर सिंह ने विरोधियों पर निशाना साधते कहा कि सबसे पहले यहां बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कार्यक्रम किया था. जिसके बाद अन्य पार्टियों को लगा कि बहुजन समाज पार्टी के सेनापति सतीश चंद्र मिश्रा आयोध्या पहुंच गए हैं बाकी क्यों पीछे रह गए. उसी को देखते हुए सभी लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं. जो राम विरोधी थे. अयोध्या विरोधी थी. वह भी अयोध्या पहुंच रहे हैं. आज के समय में बहानेबाजी से सत्ता हासिल नहीं की जा सकती. बहुजन समाज पार्टी सत्ता हासिल करेगी. उसके पास वोट बैंक है. उसके पास जनमत है. उसने काम किया है. बीएसपी के हर कार्यकाल में कानून व्यवस्था चूरूस्त दुरुस्त रही है. बीएसपी जैसा कार्यकाल किसी ने नहीं देखा होगा.
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