अयोध्या: कोतवाली नगर क्षेत्र में दो दिन के अंदर एक परिवार के सभी तीन सदस्यों की मौत हो गई. 90 वर्षीय वृद्ध बलवंत के दो बेटों की मौत 14 जनवरी, मंगलवार की सुबह हो गई थी. 16 जनवरी की शाम बुजुर्ग बलवंत की भी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि बलवंत की मौत सदमे से हुई है. एक ही परिवार के सभी तीन सदस्यों की मौत अनहोनी या साजिश है? इस गुत्थी को पुलिस को सुलझाना है. पुलिस को मृतकों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. इसके बाद ही मौत की सही वजह पता लगेगी.
दर्दनाक घटना की कहानी
- मामला फैजाबाद शहर स्थित लालबाग इलाके का है.
- गणेश नगर में सरदार बलवंत सिंह, अपने दो बेटे जसवीर सिंह और करतार सिंह के साथ रहते थे.
- 14 जनवरी 2020 को दोनों बेटों की मौत हो गई थी.
- 16 जनवरी 2020 की शाम को बलवंत सिंह की भी मौत हो गई.
- पुलिस तीनों मौत को लेकर पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
पहले दोनों बेटे और अब पिता की मौत
दोनों बेटे जसवीर सिंह और करतार सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. कमरे में एक बेटे का शव बेड और दूसरे का शव जमीन पर पड़ा था. दोनों की मौत से पहले उन्हें स्वस्थ देखा गया था. घर के काम के लिए एक महिला सर्वेंट लगी हुई थी.
दुकान और मकान को लेकर चल रहा था विवाद
पुलिस की मानें तो पिता बलवंत और छोटा बेटा करतार मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं थे. बलवंत सिंह अयोध्या सत्र न्यायालय में जज के पेशकार रह चुके हैं. बताया जा रहा है कि सिख परिवार के घर और दुकान को लेकर विवाद चल रहा था. दोनों बेटों की मौत के बाद बृहस्पतिवार देर शाम को बलवंत की भी मौत हो गई.
सीओ सिटी अरविंद चौरसिया का कहना है मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आनी बाकी है. जसवीर और करतार के पीएम रिपोर्ट में नो एक्सटरनल इंजरी आया है. मौत विषाक्त खाने के वजह से हुई हो इससे इंकार नहीं किया जा सकता है.