अयोध्या: महाराष्ट्र के पालघर जिले में करीब 200 लोगों की भीड़ ने चोर होने के शक में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. बाद में इनमें से दो लोगों के साधु होने की पुष्टि हुई, जबकि तीसरे शख्स की पहचान ड्राइवर के रूप में हुई.
इस घटना के बाद से संतों में रोष व्याप्त है. रामनगरी के सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा है कि जिस दिन लाॅकडाउन समाप्त होगा, अयोध्या का संत, विश्व का संत समाज इस विषय पर आवाज उठाएगा. उन्होंने कहा कि खुद को हिंदूवादी बताने वाली शिवसेना अपने राज्य में संत की हत्या को नहीं रोक पाई है.
महंत राजू दास ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान जहां लोग घरों से बाहर नहीं निकल सकते, वहीं 300 से 400 लोगों ने मिलकर 3 संतों की हत्या की है. उन्होंने मामले में गृहमंत्री और प्रधानमंत्री से संज्ञान लेने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि मामले में संलिप्त आरोपियों और पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए. राजू दास ने कहा है कि संतों की निर्मम हत्या के मामले में दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए.
महंत राजू दास ने कहा कि संतों के साथ इस प्रकार की अमानवीय व्यवहार के चलते उन्हें धरने पर बैठना पड़ा है. जिस दिन हालात सामान्य होंगे और लाॅकडाउन खुलेगा संत समाज इस निर्मम हत्या को लेकर आवाज उठाएगा.