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होली के दिन जहरीली शराब पिलाने वाले आरोपी गिरफ्तार - अयोध्या जहरीली शराब

अयोध्या में होली की पार्टी में नकली शराब पिलाने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रधान पद के प्रत्याशी के साथ उसके सात साथियों को गिरफ्तार कर लिया है.

आरोपी गिरफ्तार.
आरोपी गिरफ्तार.
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Published : Apr 3, 2021, 6:25 PM IST

अयोध्या: जनपद के ग्रामीण क्षेत्र गोसाईगंज इलाके के त्रिलोकपुर डफरपुर गांव में जहरीली शराब पीने से हुई दो लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने प्रधान पद के प्रत्याशी और उसके सात साथियों को गिरफ्तार किया है. इन्हीं लोगों ने नकली शराब मंगवाकर मतदाताओं को अपने समर्थन में लाने के लिए होली के दिन शराब पार्टी का आयोजन किया था. इसी नकली शराब को पीकर दो लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, 5 अन्य की हालत खराब हो गई थी. चौंकाने वाली बात यह है की शराब पार्टी का आयोजन करने वाले प्रधान पद के प्रत्याशी और उसके साथियों को इस बात का अंदाजा था कि यह शराब नकली है. बावजूद इसके उन्होंने होली के दिन ग्रामीणों को शराब पिलाई और पड़ोस के गांव में शराब बांटी भी गई.

यह भी पढ़ें: अयोध्या जहरीली शराब मामला: पुलिस ने 22 लोगों को किया गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार

आयोजन करने वाले प्रधान पद के प्रत्याशी के चचेरे भाई की हुई मौत

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडे ने बताया कि प्रधान पद का प्रत्याशी राजनाथ वर्मा और शराब की आपूर्ति में शामिल वैश अंसारी पहले भी शराब के कारोबार से जुड़े रहे हैं. इनकी पहले शराब की दुकान भी रही है. इन्हें इस बात की जानकारी थी कि यह शराब नकली है. इन्होंने अपने कुछ अन्य साथियों के साथ मिलकर मतदाताओं को प्रलोभन देते हुए होली के दिन एक पार्टी का आयोजन किया था. इसमें गांव के तमाम लोग शामिल हुए थे. इन्हें ब्लू लाइम ब्रांड की नकली शराब पिलाई गई थी. इसके प्रयोग के बाद ही सबसे पहले आरोपी प्रधान पद के प्रत्याशी के चचेरे भाई वीरेंद्र की मौत हुई और एक अप्रैल की सुबह एक अन्य युवक धर्मेंद्र की मौत हो गई. इसके बाद पूरा प्रकरण चर्चा में आया. बीमार लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया था.


पुलिस ने किया गिरफ्तार

इस पूरे प्रकरण में मुख्य आरोपी त्रिलोकपुर गांव के प्रधान पद के प्रत्याशी राजनाथ वर्मा उनके सहयोगी संजय तिवारी, हृदय कुमार तिवारी, राजू वर्मा, राकेश वर्मा, बच्चा राम, दीपक कुमार और शराब आपूर्ति में मदद करने वाले मोहम्मद वैस अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से पुलिस ने 79 सीसी, 200 एमएल की ब्लू लाइम अवैध मिलावटी शराब और एक कार बरामद की है. एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि जब शराब पीने वाले लोगों की मौत होने लगी तो सभी आरोपियों ने बची हुई शराब को इधर-उधर फेंकना शुरू कर दिया और खाली शीशियों को जला दिया था.


आखिर कहां बनी थी नकली शराब

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडे ने बताया कि घटना के बाद गोसाईगंज पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. नकली शराब कहां बनी और कैसे गांव तक पहुंची इसके लिए विवेचना की जा रही है. इस घटना में आरोपी बनाए गए प्रधान पद के प्रत्याशी के चचेरे भाई की भी मौत हुई है. मिलावटी शराब को गांव में भी बांटने की सूचना मिली है. इसकी भी जांच की जा रही है. इस घटना से जुड़े किसी भी आरोपी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.

अयोध्या: जनपद के ग्रामीण क्षेत्र गोसाईगंज इलाके के त्रिलोकपुर डफरपुर गांव में जहरीली शराब पीने से हुई दो लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने प्रधान पद के प्रत्याशी और उसके सात साथियों को गिरफ्तार किया है. इन्हीं लोगों ने नकली शराब मंगवाकर मतदाताओं को अपने समर्थन में लाने के लिए होली के दिन शराब पार्टी का आयोजन किया था. इसी नकली शराब को पीकर दो लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, 5 अन्य की हालत खराब हो गई थी. चौंकाने वाली बात यह है की शराब पार्टी का आयोजन करने वाले प्रधान पद के प्रत्याशी और उसके साथियों को इस बात का अंदाजा था कि यह शराब नकली है. बावजूद इसके उन्होंने होली के दिन ग्रामीणों को शराब पिलाई और पड़ोस के गांव में शराब बांटी भी गई.

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आयोजन करने वाले प्रधान पद के प्रत्याशी के चचेरे भाई की हुई मौत

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडे ने बताया कि प्रधान पद का प्रत्याशी राजनाथ वर्मा और शराब की आपूर्ति में शामिल वैश अंसारी पहले भी शराब के कारोबार से जुड़े रहे हैं. इनकी पहले शराब की दुकान भी रही है. इन्हें इस बात की जानकारी थी कि यह शराब नकली है. इन्होंने अपने कुछ अन्य साथियों के साथ मिलकर मतदाताओं को प्रलोभन देते हुए होली के दिन एक पार्टी का आयोजन किया था. इसमें गांव के तमाम लोग शामिल हुए थे. इन्हें ब्लू लाइम ब्रांड की नकली शराब पिलाई गई थी. इसके प्रयोग के बाद ही सबसे पहले आरोपी प्रधान पद के प्रत्याशी के चचेरे भाई वीरेंद्र की मौत हुई और एक अप्रैल की सुबह एक अन्य युवक धर्मेंद्र की मौत हो गई. इसके बाद पूरा प्रकरण चर्चा में आया. बीमार लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया था.


पुलिस ने किया गिरफ्तार

इस पूरे प्रकरण में मुख्य आरोपी त्रिलोकपुर गांव के प्रधान पद के प्रत्याशी राजनाथ वर्मा उनके सहयोगी संजय तिवारी, हृदय कुमार तिवारी, राजू वर्मा, राकेश वर्मा, बच्चा राम, दीपक कुमार और शराब आपूर्ति में मदद करने वाले मोहम्मद वैस अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से पुलिस ने 79 सीसी, 200 एमएल की ब्लू लाइम अवैध मिलावटी शराब और एक कार बरामद की है. एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि जब शराब पीने वाले लोगों की मौत होने लगी तो सभी आरोपियों ने बची हुई शराब को इधर-उधर फेंकना शुरू कर दिया और खाली शीशियों को जला दिया था.


आखिर कहां बनी थी नकली शराब

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडे ने बताया कि घटना के बाद गोसाईगंज पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. नकली शराब कहां बनी और कैसे गांव तक पहुंची इसके लिए विवेचना की जा रही है. इस घटना में आरोपी बनाए गए प्रधान पद के प्रत्याशी के चचेरे भाई की भी मौत हुई है. मिलावटी शराब को गांव में भी बांटने की सूचना मिली है. इसकी भी जांच की जा रही है. इस घटना से जुड़े किसी भी आरोपी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.

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