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दीपोत्सव पर निकलने वाली शोभायात्रा में दिखेगी पूरी रामकथा, रोशनी से नहाएगा रामपथ

अयोध्या में 11 नवंबर को आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम (Ayodhya Deepotsav Program) में देश भर की लोक कलाओं का संगम होगा. दीपोत्सव पर निकलने वाली शोभायात्रा में पूरी रामकथा (Lord Ram Story In Procession) दिखाई देगी. वहीं, रामपथ सुंदर लाइटों से जगमग होगा,

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 2, 2023, 5:28 PM IST

Updated : Nov 2, 2023, 10:49 PM IST

दीपोत्सव पर शोभायात्रा में दिखेगी पूरी रामकथा

अयोध्या: राम नगरी में 11 नवंबर को प्रस्तावित 7वां दीपोत्सव सिर्फ भगवान राम के अयोध्या आगमन की खुशी का प्रतीक नहीं होगा, बल्कि देश भर की लोक कलाओं का संगम भी होगा. भगवान राम के राजतिलक से पहले अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से निकलने वाली शोभायात्रा में सूचना विभाग, संस्कृति विभाग और पर्यटन विभाग के संयुक्त प्रयास से बनने वाले 16 रथों पर भगवान राम की कथा का सजीव मंचन होगा. वहीं, इस शोभायात्रा में पूरे देश भर के अलग-अलग राज्यों से आए हुए लोक कलाकार नाचते-गाते हुए अपनी कला का प्रदर्शन भी करेंगे.

अयोध्या में धार्मिक स्थलों की तरफ जाने वाले रास्ते रोशनी से होंगे जगमग

अयोध्या धाम की सीमा पर बने आरटीओ विभाग के कार्यालय के मैदान में बनाए जा रहे इन रथों पर पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर रावण वध और भगवान राम के राज्याभिषेक के प्रसंग का मंचन कलाकार करेंगे. 16 ट्रकों पर बनाए जा रहे रथों को सजाने संवारने के लिए विशेष कलाकार अयोध्या पहुंच चुके हैं. आरटीओ ऑफिस के खाली पड़े मैदान में इन रथों को बनाया जा रहा है, जिन पर चलती फिरती रामलीला का मंचन होता दिखाई देगा. यह शोभायात्रा अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर राम कथा पार्क तक पहुंचेगी. यहां पर भगवान राम के राजतिलक का कार्यक्रम प्रस्तावित है.

11 नवंबर की सुबह 9 बजे निकलने वाली यह भव्य शोभायात्रा करीब 4 किलोमीटर का लंबा सफर तय करेगी. इस दूरी में शोभायात्रा के सबसे आगे प्रदेश सरकार के मंत्री रहेंगे. इसके पीछे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, बंगाल, उड़ीसा, तेलंगाना से आए हुए लोक कलाकार अपने राज्यों की लोक कला का और लोक नृत्य का प्रदर्शन करेंगे. एक तरह से यह शोभायात्रा पूरे देश भर में बिखरी लोक कलाओं का संगम होगी. यह सभी कलाकार नाचते गाते हुए राम कथा पार्क तक का सफर तय करेंगे.

केरला बैंड और पंजाबी भांगड़ा पर थिरकेंगे अयोध्यावासी

मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि शोभायात्रा में शामिल झांकियां को बनाने का काम तेज गति से चल रहा है. 11 नवंबर को शोभायात्रा से एक दिन पहले सभी झांकियों का ट्रायल रन भी किया जाएगा. बता दें कि इस शोभायात्रा में उत्तराखंड के कलाकारों द्वारा बाबा केदारनाथ की डोली, पंजाब के कलाकारों द्वारा भांगड़ा नृत्य, यूपी के कलाकारों द्वारा फरवाही नृत्य, महाराष्ट्र के कलाकारों द्वारा ढोल ताशा का वादन और केरल के कलाकारों द्वारा केरल बैंड का प्रदर्शन शामिल होगा. इसके अतिरिक्त कई और राज्यों के कलाकार अपनी लोक नृत्य कलाओं का प्रदर्शन करेंगे. वहीं, उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध और अयोध्या से मशहूर फरवाही नृत्य शोभायात्रा में सबसे आगे शामिल रहेगा.

राम की पैड़ी पर 21 लाख दीपक जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास

11 नवंबर को प्रस्तावित दीपोत्सव कार्यक्रम 2023 में राम की पैड़ी पर 21 लाख दीपक जलाकर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा. इस आयोजन को बीते वर्षों की अपेक्षा और भव्य बनाने के लिए उत्तर प्रदेश का पर्यटन विभाग बेहद सक्रिय है. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी की मानें तो इस बार का दीपोत्सव बेहद खास है. इसलिए पूरी अयोध्या को एक नया स्वरूप देने के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई गई हैं. इन्हीं में से एक योजना अयोध्या के प्रमुख मार्ग भक्तिपथ, धर्मपथ और रामपथ सहित अन्य प्रमुख स्थान पर सुंदर रोशनी बिखरने की है.

प्रमुख दर्शन मार्ग और धार्मिक स्थलों पर लगेंगी सुंदर लाइटें

दीपोत्सव पर सरयू तट के किनारे राम की पैड़ी पर असंख्य दीपों की रोशनी से पूरा घाट अलौकित हो उठेगा. राम जन्मभूमि, हनुमानगढ़ी, कनक भवन जैसे प्रमुख दर्शन मार्गों पर सुंदर लाइट लगाने का काम शुरू हो गया है. इन लाइटों को लगाने के पीछे की थीम तोरण द्वार की तरह है. इसमें इन मार्गों से होकर गुजरने वाले लोगों को दूर से बेहद सुंदर लाइटें दिखाई देंगी. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि प्रमुख सचिव द्वारा तय की गई डिजाइन के अनुसार, लाइट लगाई जा रही है. इसमें वेंडर अपना काम शुरू कर चुके हैं. हमारा प्रयास है कि दीपोत्सव के मौके पर पूरी अयोध्या जगमग रोशनी से नहा जाए. इसलिए प्रमुख दर्शन मार्ग और धार्मिक स्थलों की तरफ जाने वाले रास्तों पर सुंदर लाइटें लगाई जा रही है. ऐसी लाइटें सामान्य रूप से देखने को नहीं मिलतीं.

यह भी पढ़ें: अयोध्या में दीपोत्सव पर रामपथ के किनारे बने घर और दुकान एक रंग में नजर आएंगे

यह भी पढ़ें: मौलाना महमूद मदनी ने पीएम मोदी को दी राम मंदिर शुभारंभ से दूर रहने की नसीहत, संत बोले- दर्ज हो मुकदमा

यह भी पढ़ें: अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को ही क्यों होगा, क्या है इस तारीख की मान्यता

दीपोत्सव पर शोभायात्रा में दिखेगी पूरी रामकथा

अयोध्या: राम नगरी में 11 नवंबर को प्रस्तावित 7वां दीपोत्सव सिर्फ भगवान राम के अयोध्या आगमन की खुशी का प्रतीक नहीं होगा, बल्कि देश भर की लोक कलाओं का संगम भी होगा. भगवान राम के राजतिलक से पहले अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से निकलने वाली शोभायात्रा में सूचना विभाग, संस्कृति विभाग और पर्यटन विभाग के संयुक्त प्रयास से बनने वाले 16 रथों पर भगवान राम की कथा का सजीव मंचन होगा. वहीं, इस शोभायात्रा में पूरे देश भर के अलग-अलग राज्यों से आए हुए लोक कलाकार नाचते-गाते हुए अपनी कला का प्रदर्शन भी करेंगे.

अयोध्या में धार्मिक स्थलों की तरफ जाने वाले रास्ते रोशनी से होंगे जगमग

अयोध्या धाम की सीमा पर बने आरटीओ विभाग के कार्यालय के मैदान में बनाए जा रहे इन रथों पर पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर रावण वध और भगवान राम के राज्याभिषेक के प्रसंग का मंचन कलाकार करेंगे. 16 ट्रकों पर बनाए जा रहे रथों को सजाने संवारने के लिए विशेष कलाकार अयोध्या पहुंच चुके हैं. आरटीओ ऑफिस के खाली पड़े मैदान में इन रथों को बनाया जा रहा है, जिन पर चलती फिरती रामलीला का मंचन होता दिखाई देगा. यह शोभायात्रा अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर राम कथा पार्क तक पहुंचेगी. यहां पर भगवान राम के राजतिलक का कार्यक्रम प्रस्तावित है.

11 नवंबर की सुबह 9 बजे निकलने वाली यह भव्य शोभायात्रा करीब 4 किलोमीटर का लंबा सफर तय करेगी. इस दूरी में शोभायात्रा के सबसे आगे प्रदेश सरकार के मंत्री रहेंगे. इसके पीछे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, बंगाल, उड़ीसा, तेलंगाना से आए हुए लोक कलाकार अपने राज्यों की लोक कला का और लोक नृत्य का प्रदर्शन करेंगे. एक तरह से यह शोभायात्रा पूरे देश भर में बिखरी लोक कलाओं का संगम होगी. यह सभी कलाकार नाचते गाते हुए राम कथा पार्क तक का सफर तय करेंगे.

केरला बैंड और पंजाबी भांगड़ा पर थिरकेंगे अयोध्यावासी

मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि शोभायात्रा में शामिल झांकियां को बनाने का काम तेज गति से चल रहा है. 11 नवंबर को शोभायात्रा से एक दिन पहले सभी झांकियों का ट्रायल रन भी किया जाएगा. बता दें कि इस शोभायात्रा में उत्तराखंड के कलाकारों द्वारा बाबा केदारनाथ की डोली, पंजाब के कलाकारों द्वारा भांगड़ा नृत्य, यूपी के कलाकारों द्वारा फरवाही नृत्य, महाराष्ट्र के कलाकारों द्वारा ढोल ताशा का वादन और केरल के कलाकारों द्वारा केरल बैंड का प्रदर्शन शामिल होगा. इसके अतिरिक्त कई और राज्यों के कलाकार अपनी लोक नृत्य कलाओं का प्रदर्शन करेंगे. वहीं, उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध और अयोध्या से मशहूर फरवाही नृत्य शोभायात्रा में सबसे आगे शामिल रहेगा.

राम की पैड़ी पर 21 लाख दीपक जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास

11 नवंबर को प्रस्तावित दीपोत्सव कार्यक्रम 2023 में राम की पैड़ी पर 21 लाख दीपक जलाकर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा. इस आयोजन को बीते वर्षों की अपेक्षा और भव्य बनाने के लिए उत्तर प्रदेश का पर्यटन विभाग बेहद सक्रिय है. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी की मानें तो इस बार का दीपोत्सव बेहद खास है. इसलिए पूरी अयोध्या को एक नया स्वरूप देने के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई गई हैं. इन्हीं में से एक योजना अयोध्या के प्रमुख मार्ग भक्तिपथ, धर्मपथ और रामपथ सहित अन्य प्रमुख स्थान पर सुंदर रोशनी बिखरने की है.

प्रमुख दर्शन मार्ग और धार्मिक स्थलों पर लगेंगी सुंदर लाइटें

दीपोत्सव पर सरयू तट के किनारे राम की पैड़ी पर असंख्य दीपों की रोशनी से पूरा घाट अलौकित हो उठेगा. राम जन्मभूमि, हनुमानगढ़ी, कनक भवन जैसे प्रमुख दर्शन मार्गों पर सुंदर लाइट लगाने का काम शुरू हो गया है. इन लाइटों को लगाने के पीछे की थीम तोरण द्वार की तरह है. इसमें इन मार्गों से होकर गुजरने वाले लोगों को दूर से बेहद सुंदर लाइटें दिखाई देंगी. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि प्रमुख सचिव द्वारा तय की गई डिजाइन के अनुसार, लाइट लगाई जा रही है. इसमें वेंडर अपना काम शुरू कर चुके हैं. हमारा प्रयास है कि दीपोत्सव के मौके पर पूरी अयोध्या जगमग रोशनी से नहा जाए. इसलिए प्रमुख दर्शन मार्ग और धार्मिक स्थलों की तरफ जाने वाले रास्तों पर सुंदर लाइटें लगाई जा रही है. ऐसी लाइटें सामान्य रूप से देखने को नहीं मिलतीं.

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Last Updated : Nov 2, 2023, 10:49 PM IST
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