अयोध्या: एक तरफ जहां अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण चल रहा है. वहीं दूसरी तरफ केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार राम मंदिर की भव्यता के अनुरूप ही धार्मिक नगरी की सुंदरता को बढ़ाने और इसके चहुंमुखी विकास के लिए तत्पर नजर आ रही हैं. सोमवार को प्रदेश के प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार धार्मिक नगरी अयोध्या को एक नए शहर में तब्दील करने की परिकल्पना को लेकर अयोध्या पहुंचे थे. जहां उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना को साकार करने के लिए 3 गांव की 1200 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने की योजना की समीक्षा की. इस दौरान प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के विजन डॉक्यूमेंट पर काम चल रहा है. विभिन्न विभागों द्वारा अलग अलग कार्य किया जा रहा है. टूरिस्ट बढ़ाने, कल्चर से जोड़कर देखने का, इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाए जाने की भी योजना है.
अयोध्या को बदलने के लिए 27 योजनाओं की लिस्ट बनकर तैयार
प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार ने बताया कि इंटरनेशनल कंसलटेंट ली एसोसिएट अयोध्या का विजन डॉक्यूमेंट बना रही है. इसके अलावा एल एंड टी और कुकरेजा आर्किटेक्ट इस बड़ी योजना में अपना सहयोग दे रही हैं, जिसमें 27 परियोजनाओं की एक लिस्ट ली एसोसिएट दे चुकी है. 27 में से 10 का डिटेल प्रोजेक्ट ली बनाएगी.
अयोध्या के पड़ोसी जनपद बस्ती और गोंडा की सीमा पर मौजूद जमीनों के अधिग्रहण की भी है योजना
प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार ने जानकारी दी कि अयोध्या के 3 गांव माझा बरेहटा, माझा तिहुरा व शाहनवाजपुर में जमीन अधिग्रहण करने की योजना है. अयोध्या के सीमावर्ती जिले बस्ती व गोंडा की भी जमीनों पर भी निर्माण को लेकर योजना प्रस्तावित है. सड़क, रिवर फ्रंट, घाटों के जीर्णोद्धार, बस स्टैंड, पार्किंग सुविधाएं व अयोध्या की एंट्री प्वाइंट पर गेट बनाने का भी काम होगा.
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प्रमुख सचिव आवास के साथ हाउसिंग बोर्ड के आयुक्त अजय चौहान, आवास विकास के विशेष सचिव डॉ. नीरज शुक्ला व अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह भी मौजूद रहे. इस दौरान अधिकारियों ने संयुक्त रूप से बताया कि धार्मिक नगरी अयोध्या के पौराणिक महत्व को देखते हुए इसे एक नए शहर के रूप में बसाने की परिकल्पना बनकर तैयार हैं. इसे अमल में लाने के लिए ही लगातार शासन स्तर से अधिकारियों द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं.