अयोध्या: मोदी सरकार का विजन डॉक्यूमेंट प्रदर्शन अयोध्या में प्रदर्शन का सबब बन गया है. सौंदर्यीकरण और सड़कों को चौड़ा करने की योजना को लेकर अयोध्या के व्यापारियों का विरोध बदस्तूर जारी है. राम जन्मभूमि मार्ग पर दुकानों को तोड़े जाने के विरोध में सोमवार को अयोध्या में बाजार बंद रहीं.
व्यापारियों ने अपनी दुकानों को बंद करके विरोध दर्ज कराया और प्रदेश सरकार से मांग की है कि व्यापारियों को पहले दुकान के बदले दुकान दी जाए उसके बाद उनकी दुकानों को तोड़ा जाए. अयोध्या में सौंदर्यीकरण का विरोध देखने को मिल रहा है. व्यापारी यहां सड़कों को चौड़ा करने का भी विरोध कर रहे हैं. सोमवार की सुबह से ही राम नगरी अयोध्या में बाजार बंद दिखीं.
मुख्य दर्शन मार्ग हनुमानगढ़ी और राम जन्म भूमि में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद और जलपान भी नहीं मिला. सुबह से ही व्यापारी संगठन के नेता बाजार बंदी को सफल बनाने के लिए प्रयास करते नजर आए. पूरे दिन अयोध्या का मुख्य बाजार बंद रहा. व्यापारियों का कहना है पहले ये तय हुआ था कि पहले व्यापारियों को दुकान दी जाएगी, उसके बाद उनकी दुकानों को तोड़ा जाएगा.
अब व्यापारियों के साथ नाइंसाफी हो रही है. उनकी दुकानों को तोड़ा जा रहा है. उनका व्यापार छीना जा रहा है. उनके पास जीवन यापन के लिए कोई माध्यम नहीं बचा है. इसके विरोध में हमें आंदोलन करना पड़ रहा है. व्यापारियों ने कहा कि हम अयोध्या के विकास के विरोधी नहीं हैं, लेकिन व्यापारियों से उनकी रोजी-रोटी छीन कर विकास किया जाना उचित नहीं है.
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व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता नंदू ने कहा कि व्यापारियों की मांग दुकान के बदले दुकान है. नगर आयुक्त, एडीएम प्रशासन के साथ व्यापारियों की बैठक दो-तीन दिन में होने की संभावना है. इस डीएम के इस आश्वासन को देखते हुए अयोध्या उद्योग व्यापार मंडल ट्रस्ट ने अनिश्चितकालीन बंदी को स्थगित कर दिया है. अगर बैठक में प्रशासन व्यापारियों की मांग पर विचार नहीं करेगा तो फिर से आंदोलन (Protest against Modi govt's vision document) तेज किया जाएगा.
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