अयोध्या: जिले में डेढ़ महीने पहले हुई हिस्ट्रीशीटर राजेश निषाद की हत्या के बाद अब उसके भाई पर जानलेवा हमले की घटना सामने आई है. पूरी घटना के पीछे बालू खनन के ठेके से जुड़ा विवाद बताया जा रहा है. फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
कोतवाली क्षेत्र के कनीगंज इलाके के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर राजेश निषाद की हत्या को अभी दो महीना भी पूरा नहीं हुआ है कि उसके छोटे भाई पिंटू निषाद पर तीन युवकों ने जानलेवा हमला कर दिया है. हमले का आरोप पीड़ित के भाई की हत्या में नामजद अभियुक्त के गुर्गों पर लगा है. हिस्ट्रीशीटर राजेश निषाद की हत्यारोपी एक अभियुक्त अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इसके ऊपर अब इस हमले के षड्यंत्र का आरोप लगा है.
पिंटू निषाद ने बताया कि सोमवार की शाम वह दुर्गा प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम से वापस लौट रहा था. इस दौरान नया घाट क्षेत्र में उनकी कार पर हथियारों से लैस तीन लोगों ने हमला कर दिया. हमले के दौरान पुलिस की तरफ से उपलब्ध कराए गए सुरक्षाकर्मी के बाहर निकलने पर तीनों हमलावर भाग निकले. पिंटू निषाद ने बताया कि हमले के दौरान तीनों के पास कुल्हाड़ी, लोहे की रॉड और तमंचा मौजूद था. इसके जरिए उन्होंने गाड़ी पर हमला किया लेकिन सुरक्षाकर्मी के साथ होने के कारण उनकी जान बच गई. वहीं सीओ अयोध्या राजेश कुमार राय ने बताया कि पिंटू निषाद की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है.
बालू के अवैध खनन से भी जुड़ सकते हैं वारदात के तार
करीब डेढ़ माह पहले कोतवाली अयोध्या के हिस्ट्रीशीटर राजेश निषाद की हत्या के पीछे की पृष्ठभूमि बालू खनन के ठेके से जुड़ी हुई बताई जा रही थी. वहीं अभी भी इस काले कारोबार से होने वाले मुनाफे के लालच में खून खराबे की आशंका बनी रहती है. हमले की इस घटना को भी उसी से जोड़ा जा रहा है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.