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हिजाब पर सपा सांसद शफीकुर्रहमान के विवादित बयान पर अयोध्या के संत नाराज

संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Samajwadi Party MP Shafiqur Rahman) के हिजाब के बयान पर अयोध्या के संतो ने नाराजगी जताई है. सपा सांसद शफीकुर्रहमान के विवादित बयान के बाद अयोध्या के संतो ने क्या कहा चलिए जानते हैं.

सपा सांसद शफीकुर्रहमान का विवादित बयान
सपा सांसद शफीकुर्रहमान का विवादित बयान
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Published : Oct 13, 2022, 8:00 PM IST

अयोध्याः संभल के समाजवादी पार्टी के सांसद (Samajwadi Party MP) शफीकुर्रहमान बर्क का बयान फिर विवादों में है. हिजाब को लेकर सपा सांसद द्वारा हिजाब ना पहनने वाली लड़कियों के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है. इसे लेकर अयोध्या के संत बेहद नाराज हैं.

सांसद शफीकुर्रहमान के बयान के बाद राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास (Acharya Satyendra Das, chief priest of Ram Janmabhoomi) ने कहा कि सांसद का पद मिलने के बाद भी सपा सांसद को अपने पद की गरिमा का अहसास नहीं है. उनका बयान अशोभनीय है. उन्हें महिला समाज से क्षमा मांगना चाहिए. दरअसल संभल सांसद शफीकुर्रहमान ने महिलाओं के हिजाब पर प्रतिबंध न लगाए जाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि बेपर्दा होने से महिलाओं में आवारगी बढ़ती है. हिजाब न होने से इस्लाम और समाज को नुकसान होगा. इसके बाद संत समाज ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रतिक्रिया दी है.

सपा सांसद शफीकुर्रहमान के विवादित बयान के बाद अयोध्या के संतो ने कही ये बातें..



वहीं, मीडिया से बात करते हुए राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि पहले भी सपा सांसद विवादित बयान दे चुके हैं. उनकी मानसिकता बहुत छोटी है. असल में तमाम अपराध अब हिजाब के आड़ लेने लगे हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या के संत मांग करते हैं कि हिजाब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. चाहे वह स्कूल में हो या शहर की सड़क पर हिजाब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.


हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास (Mahant Raju Das of Hanumangarhi) ने कहा कि शैक्षिक संस्था में किसी भी तरह से धार्मिक चिन्ह की आजादी नहीं होनी चाहिए. हनुमानगढ़ी के महंत ने कहा कि स्कूल हमारे लिए शिक्षा के मंदिर हैं. विद्या के मंदिर में किसी भी तरह के लिंग, धर्म और जाति पर भेद नहीं होना चाहिए. महंत ने कहा कि फिर भी मुस्लिम कट्टरपंथी हावी हैं. सपा सांसद शफीकुर्रहमान की बात समाज में विष घोलने वाली हैं. महिला समाज के लिए जो भी टीका टिप्पणी की है वह गलत है. बता दें कि शफीकुर्रहमान ने कहा था कि महिलाओं के बेपर्दा होने से आवारगी बढ़ती है. महंत राजू दास ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि एक जनप्रतिनिधि और देश के एक सांसद इस तरीके का भाव महिलाओं के प्रति रखते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.


यह भी पढ़ें-लोकसभा चुनाव से पहले आगामी बजट को बेहतर बनाने में जुटा वित्त विभाग, सरकार कर रही यह तैयारी

अयोध्याः संभल के समाजवादी पार्टी के सांसद (Samajwadi Party MP) शफीकुर्रहमान बर्क का बयान फिर विवादों में है. हिजाब को लेकर सपा सांसद द्वारा हिजाब ना पहनने वाली लड़कियों के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है. इसे लेकर अयोध्या के संत बेहद नाराज हैं.

सांसद शफीकुर्रहमान के बयान के बाद राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास (Acharya Satyendra Das, chief priest of Ram Janmabhoomi) ने कहा कि सांसद का पद मिलने के बाद भी सपा सांसद को अपने पद की गरिमा का अहसास नहीं है. उनका बयान अशोभनीय है. उन्हें महिला समाज से क्षमा मांगना चाहिए. दरअसल संभल सांसद शफीकुर्रहमान ने महिलाओं के हिजाब पर प्रतिबंध न लगाए जाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि बेपर्दा होने से महिलाओं में आवारगी बढ़ती है. हिजाब न होने से इस्लाम और समाज को नुकसान होगा. इसके बाद संत समाज ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रतिक्रिया दी है.

सपा सांसद शफीकुर्रहमान के विवादित बयान के बाद अयोध्या के संतो ने कही ये बातें..



वहीं, मीडिया से बात करते हुए राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि पहले भी सपा सांसद विवादित बयान दे चुके हैं. उनकी मानसिकता बहुत छोटी है. असल में तमाम अपराध अब हिजाब के आड़ लेने लगे हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या के संत मांग करते हैं कि हिजाब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. चाहे वह स्कूल में हो या शहर की सड़क पर हिजाब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.


हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास (Mahant Raju Das of Hanumangarhi) ने कहा कि शैक्षिक संस्था में किसी भी तरह से धार्मिक चिन्ह की आजादी नहीं होनी चाहिए. हनुमानगढ़ी के महंत ने कहा कि स्कूल हमारे लिए शिक्षा के मंदिर हैं. विद्या के मंदिर में किसी भी तरह के लिंग, धर्म और जाति पर भेद नहीं होना चाहिए. महंत ने कहा कि फिर भी मुस्लिम कट्टरपंथी हावी हैं. सपा सांसद शफीकुर्रहमान की बात समाज में विष घोलने वाली हैं. महिला समाज के लिए जो भी टीका टिप्पणी की है वह गलत है. बता दें कि शफीकुर्रहमान ने कहा था कि महिलाओं के बेपर्दा होने से आवारगी बढ़ती है. महंत राजू दास ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि एक जनप्रतिनिधि और देश के एक सांसद इस तरीके का भाव महिलाओं के प्रति रखते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.


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