अयोध्या: प्रदेश की योगी सरकार की योजना के तहत अयोध्या के जिला अस्पताल में 50 दिव्यांग बच्चों का निशुल्क ऑपरेशन कराया जा रहा है. दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग की ओर से दिव्यांग बच्चों के लिए शल्य चिकित्सा करेक्टिव सर्जरी योजना के तहत जनपद के 50 बच्चों का चयन किया गया है. जिन्हें पैरों के अपंग होने और कमजोर होने की समस्याएं है. इन बच्चों का इलाज के जिला अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में आर्थो सर्जन डॉ आशीष श्रीवास्तव द्वारा किया जा रहा है. इस योजना का लाभ पाकर अब यह बच्चे सकुशल बिना किसी सहारे के अपने पैरों पर चल सकेंगे. वहीं बच्चों को आवश्यकता पड़ने पर उपकरण उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे.
परिजनों में जगी उम्मीद अपने पैरों पर चल सकेंगे बच्चे
अपने बच्चे का इलाज कराने आए रौनाही क्षेत्र के विद्याधर मिश्र ने बताया कि उनकी बेटी का पैर बचपन से ही कमजोर था. बाएं पैर के निचले हिस्से में हड्डी बहुत कमजोर होने के कारण वह चल नहीं पाती थी.कई जगह पर उसका इलाज कराने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली. जिला अस्पताल में बच्ची का सफल ऑपरेशन हो गया है. उन्हें विश्वास है कि अब उनकी बच्ची अपने पैरों पर खड़ी हो सकेगी और सकुशल चल सकेगी.
50 बच्चों को मिलेगा योजना का लाभ
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए जिला दिव्यांग सशक्तिकरण अधिकारी जय नाथ गुप्ता ने बताया कि जिले में दिव्यांगों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से कुल 50 बच्चों को विकासखंड के अनुसार चयनित किया गया है. जिनमें सोहावल ब्लॉक के 8, रुदौली के 12, मसौधा, पूरा बाजार, मया बाजार में आठ, अमानीगंज मिल्कीपुर हैरिंगटन गंज में 12 बच्चों को चिन्हित किया गया है. इन बच्चों के ऑपरेशन की जिम्मेदारी मिरेकल फुट योजना के तहत टेढ़े मेढ़े पैर वाले बच्चों के ऑपरेशन के लिए प्रशिक्षण प्राप्त जिला अस्पताल के अर्थों सर्जन डॉ आशीष श्रीवास्तव को सौंपी गई है. प्रथम चरण में 12 बच्चों का ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया है. इस अभियान के तहत सभी 50 बच्चों का ऑपरेशन किया जाएगा.
पहले चरण में इन बच्चों का हुआ आपरेशन
अभियान के पहले चरण में 7 साल के शिवम यादव, 6 साल के प्रवीण, 15 साल की अमृता, 14 साल की जगदेव, 11 साल के आकाश 8, साल की रागनी, 8 साल के अरविंद,9 साल के रामकेवल,7 साल के रविंद्र और 9 साल की सेजल का ऑपरेशन किया गया है. इन बच्चों के ऑपरेशन के समय प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ सी बी एन त्रिपाठी,डॉ सुरेश पटेरिया,डॉ एके पांडे डॉ जेसी पाठक मौजूद रहे.