अयोध्या: सरयू नदी पर 144 करोड़ रुपए खर्च करके बना पुल पहली बरसात भी नहीं झेल पाया. पहली बारिश में ही पुल में दरार आ गई है. पुल के ज्वाइंट प्लेट के खिसकने का अंदेशा जताया जा रहा है. ज्वाइंट प्लेट सरयू की धारा में लटक रही है. सरयू के तेज बहाव और पुल की प्लेटों के बीच बढ़ता गैप बड़ी अनहोनी का कारण बन सकता है. वहीं सेतु निर्माण निगम के अधिकारी इस बात की जानकारी न होने की बात कह रहे हैं.
144 करोड़ रुपए की लागत से बना था पुल
अयोध्या से गोंडा की दूरी कम करने के लिए सरयू नदी पर बने ढेमवा पुल का निर्माण वर्ष 2015 में सपा के शासनकाल में शुरू हुआ था. सेतु का निर्माण लखनऊ की सेतु निर्माण इकाई-2 के द्वारा कराया गया था. यह पुल वर्ष 2018 में बनकर तैयार हुआ. पुल पर 144 करोड़ रुपए की लागत आई थी. पुल का लोकार्पण उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कुछ दिन पहले लखनऊ से वर्चुअल रूप से किया था.
पुल की प्लेटों के बीच हुआ 5 इंच का गैप
आलम ये है कि पिलर संख्या 4 और 5 के बीच ज्वाइंट प्लेट में गैप बढ़ गया है और ये करीब 5 इंच का हो गया है. प्लेट को जोड़ने वाली रबर की प्लेट नीचे लटक गई है. पुल के बीच से सरयू के प्रवाह को स्पष्ट देखा जा सकता है. ऐसे में अब पुल की मजबूती पर सवाल खड़े हो रहे हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो निर्माण के समय पुल टेढ़ा हो गया था. अभियंताओं को उसे सीधा करने में करोड़ों की लागत लगी थी. इसके बावजूद पुल की मजबूती को लेकर आशंका बनी रही. वहीं सेतु निर्माण निगम के अधिकारी इस गंभीर समस्या से अनभिज्ञता जताते हुए जांच की बात कह रहे हैं.
आवागमन शुरू हुए तो महज 3 माह हुए
बता दें कि 1135 मीटर लंबा ढेमवा पुल अयोध्या जनपद के सोहावल तहसील क्षेत्र को गोंडा जनपद से जोड़ता है. सपा शासन में शिवपाल यादव ने इस पुल के निर्माण का जिम्मा सेतु निगम को दिया था. इस पुल को बने 1 साल हुआ है और आवागमन शुरू हुए तो महज 3 माह हुए हैं. इतने में ही इसमें दरार आना शुरू हो गई है. यह पहला मानसून है, जब सरयू नदी में जलस्तर बढ़ा है. पहली बाढ़ में ही इसके गैप बढ गए हैं जो भविष्य के लिए एक बड़े खतरे की घंटी है.
सरयू नदी के ढेमवा पुल पर प्लेट के ज्वाइंट के बीच गैप होने की सूचना मिली है. समस्या के समाधान पर विचार किया जा रहा है. उच्च अधिकारियों और अभियंताओं को इससे अवगत कराया गया है.
- अमर सिंह, अवर अभियंता सेतु निर्माण निगम फैजाबाद