अयोध्या: दूसरे प्रदेशों से रामनगरी पहुंचने वाले श्रमिकों की स्क्रीनिंग और आश्रय स्थल की व्यवस्था की जा रही है. जिले भर में अस्थाई कैंप बनाए जा रहे जा रहे हैं. जहां विभिन्न राज्यों से पहुंचने वाले श्रमिकों को 14 दिन के क्वारंटाइन किया जाएगा. प्रथम चरण में 17 कैंप बनाए गए हैं.
प्रथम चरण में अयोध्या जिले में कुल 17 विद्यालयों/ संस्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां इन बाहर से आने वाले श्रमिकों की जांच की जाएगी और इसके बाद क्वारंटाइन किया जाएगा.
चिन्हित आश्रय स्थल इस प्रकार हैं:
- एचसीजे अकादमी जनौरा, तहसील सदर.
- केटी पब्लिक स्कूल, बाईपास रोड तहसील सदर.
- अवध इण्टर नेशनल स्कूल दर्शननगर रोड, तहसील सदर.
- सावित्री महाविद्यालय दर्शननगर, तहसील सदर.
- मां वैष्णो देवी महाविद्यालय देवराकोट, तहसील सोहावल.
- एआईटी इण्टर कॉलेज, तहसील सोहावल.
- फैज ए आम इण्टर कॉलेज रानाही चौराहा, तहसील सोहावल.
- डीएसएम लॉयन पब्लिक स्कूल रीजागांव, तहसील रूदौली.
- इण्डियन इन्सटीट्यूट ऑफ मेडिकल साइन्सेज रोजागांव, तहसील रूदौली.
- आर्दश इण्टर कॉलेज तहसील रूदौली.
- भारतीय इण्टर कॉलेज बीकापुर.
- देश दीपक आर्दश इण्टर कॉलेज/महाविद्यालय बीकापुर.
- श्री कृष्ण इण्टर कॉलेज/महाविद्यालय मंगारी बीकापुर.
- विद्यामंदिर महाविद्यालय/इण्टर कॉलेज, तहसील मिल्कीपुर.
- सेवरा इण्टर कॉलेज/ढोढेराम पीजी कॉलेज, तहसील मिल्कीपुर.
- चन्द्र गुप्त इण्टर कॉलेज कुचेरा, तहसील मिल्कीपुर.
- राष्ट्रीय विद्यापीठ इण्टर कॉलेज पिठला, तहसील मिल्कीपुर.
जीआईसी में की जाएगी स्क्रीनिंग
दूसरे प्रदेशों से अयोध्या पहुंचे वाले श्रमिकों को पहले राजकीय इंटर कॉलेज लाया जाएगा, जहां उनकी स्कीनिंग की जाएगी. इसके बाद उन्हें अस्थाई आश्रय स्थल पर क्वारंटाइन करने के लिए भेजा जाएगा. 14 दिन की अवधि पूरा होने पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उन्हें घर भेजा जाएगा.
15000 व्यक्तियों के तत्काल ठहराने की हो रही व्यवस्था
जिलाधिकारी अनुज झा का कहना है कि जिले में 15 हजार व्यक्तियों को ठहरने की तत्काल व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए प्रत्येक तहसील स्तर पर 3 बड़े विद्यालयों को चिन्हित किया गया है. इन विद्यालयों में कम से कम 1000 व्यक्तियों को ठहरने की व्यवस्था की जा रही है. नगर निगम क्षेत्र में आने वाले अस्थाई आश्रय स्थलों में स्वच्छता की व्यवस्था की जिम्मेदार नगर आयुक्त को सौंप दी गई है.
ग्रामीण क्षेत्रों के अस्थाई स्थलों पर 2 कर्मचारी करेंगे स्वच्छता
ग्रामीण क्षेत्रों के अस्थाई आश्रय स्थलों की स्वच्छता के लिए प्रत्येक आश्रय स्थल पर 2 कर्मचारी लगाए जाएंगे. दिन में 3 बार स्वच्छता सुनिश्चित कराई जाएगी. शौचालयों की कमी होने पर प्रत्येक आश्रय स्थल पर अतिरिक्त मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था की जाएगी.
शाकाहारी भोजन होगा उपलब्ध
अस्थाई आश्रय स्थल पर गुणवत्तायुक्त भोजन के लिए बावर्ची रखे जाएंगे. यहां श्रमिकों को शाकाहारी भोजन उपलब्ध होगा. खाना बनाने वालों को वायरस संक्रमण से बचाव के उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे.
नोडल अधिकारियों को दिए गए निर्देश
जिलास्तर पर अधिकारियों की बैठक में दूसरे प्रदेश से अयोध्या पहुंचने वाले श्रमिकों की व्यवस्था का यह निर्णय लिया गया है. रविवार को जिलाधिकारी अनुज ने जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए बनाए गए सभी नोडल अधिकारियों को अस्थाई आश्रय स्थलों पर व्यवस्था के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि जिले भर में प्रथमिक स्तर पर दूसरे प्रदेशों से पहुंचने वाले 15 हजार श्रमिकों के लिए अस्थाई आश्रय स्थल की व्यवस्था की जा रही है.