अयोध्या : धर्मनगरी अयोध्या के ऐतिहासिक नजरबाग गुरुद्वारे में हर साल की तरह इस साल भी 14वें गुरुमत समागम का आयोजन किया गया. समागम में सुदूर क्षेत्रों के श्रद्धलुओं ने शामिल होकर खुद को धन्य महसूस किया. गुरुवाणी की अमृतमयी कीर्तन और विचारों से लोगों का मन धन्य हो गया. कोविड-19 के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए आयोजित इस कार्यक्रम में संत बाबा राम सिंह की उपस्थिति में गुरुद्वारा परिसर में बंदी छोड़ दिवस मनाया गया. अमर शहीद बाबा दीप सिंह के शहीदी दिवस को नमन करते हुए गुरुवाणी की अमृतमयी कीर्तन और विचारों से गुरुओं के प्रति आस्था में लीन श्रद्धालुओं को गुरु नानक देव और गुरु गोविंद सिंह की चरणरज प्राप्त इस गुरुद्वारे में भक्ति, अध्यात्म और सेवा के अद्भुत दृश्य का अनुभव हुआ.
सिख श्रद्धलुओं के लिए है श्रद्धा का केंद्र
कार्यक्रम में पहुंचे श्रद्धालुओं के साथ एसपी सिटी विजय पाल सिंह ने भी गुरुद्वारे में पहुंचकर माथा टेका. सुबह से शुरू हुए कार्यक्रम में अरदास, शबद, कीर्तन और कथा के बाद लंगर प्रसाद वितरण किया गया. कार्यक्रम में करनाल से आए संत बाबा अमरजीत सिंह भोला, गुरुद्वारा नजरबाग के बाबा महेंद्र सिंह और सरदार कंवलजीत सिंह, की देखरेख में महान गुरूमत समागम सफलता पूर्वक समापन किया गया. आपको बता दें कि गुरुद्वारा नजरबाग वह सिद्ध स्थान है जहाँ दशम गुरु गोविंद सिंह अपनी आध्यात्मिक यात्रा के दौरान रुके थे. उन्होंने यहां पर बंदरों को चना भी खिलाया था. सिख श्रद्धलुओं के लिए यह स्थल श्रद्धा का केंद्र है.