औरैया: जिले के कुदरकोट के पास रामपुर में एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी की हत्या का मामला सामने आने पर पुलिस ने तह तक जाने के बाद खुलासा कर दिया. हत्यारे कोई और नहीं, बल्कि रिटायर्ड पुलिसकर्मी के बेटे ही निकले. रिटायर्ड पुलिसकर्मी के तीन बेटे थे, लेकिन वो बीच वाले बेटे को ही पेंशन और जमीन दे रहा था. इससे नाराज होकर बड़े और छोटे बेटे ने उनकी हत्या कर दी.
मामला औरैया जिले के बिधूना कोतवाली क्षेत्र के कुदरकोट रामपुर का है, जहां नेत्रपाल यादव हेड कॉन्स्टेबल के पद से रिटायर्ड हुए थे. नेत्रपाल के तीन बेटे थे. नेत्रपाल अपने बीच वाले बेटे सर्वेश के साथ रहते थे और उसे अपनी पेंशन और जमीन सौंप चुके थे. यह नेत्रपाल सिंह के बड़े बेटे विनोद और छोटे बेटे राजेश पसंद नहीं था.
नेत्रपाल रात में सो रहे थे. तभी दोनों बेटों ने सो रहे पिता नेत्रपाल की हत्या कर दी. हत्या करने के बाद वे वहां से फरार हो गए. सुबह जब सर्वेश ने पिता को मृत अवस्था मे देख तो इस घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने शव को पोरस्मार्टम के लिए भेज दिया. सर्वेश ने पारिवारिक कलह की जानकारी पुलिस को दी.
घटना के बाद दोनों भाई भागने की फिराक में चिरकुआ के पास खड़े थे, तभी मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. दोनों अपनी करनी स्वीकार ली और पुलिस को वो डंडा भी मिल गया, जिससे नेत्रपाल की हत्या की गई थी.