औरैया: बीते दिनों हुए सड़क हादसे में 27 प्रवासी मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई थी. वहीं उस हादसे में कुछ लोग गंभीर घायल भी हुए थे. उसके बाद शवों के साथ घायलों को डीसीएम में भेजे जाने के मामले को लेकर 5 लेखपालों को भी निलंबित कर दिया गया था.
लेखपालों ने प्रशासन पर लगाया आरोप
लेखपालों का कहना है कि उनकी ड्यूटी शवों को उनके घर ले जाने के लिए लगाई गई थी. वह जाने के लिए तैयार थे ताज्जुब की बात यह है उनकी यह ड्यूटी रात में लगभग ढाई बजे वाट्सअप के माध्यम से लगाई गई थी. जिसके बाद निलंबित लेखपालों ने प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं.
वाट्सअप ग्रुप से लगाई जाती है ड्यूटी
निलंबित लेखपालों का कहना है कि तहसील प्रशासन द्वारा एक वाट्सअप ग्रुप के माध्यम से आदेश पीडीएफ में भेजा जाता है. हम लोग जब सुबह आदेश पढ़ते हैं तो ड्यूटी स्थल पर पहुंच जाते है. उनका कहना है कि जिन वाहनों के माध्यम से शवों को ले जाने में उनकी ड्यूटी लगाई गई थी, वह वाहन पहले ही निकल चुके हैं. इतना ही नहीं एक लेखपाल की ड्यूटी तो एक समय में दो अलग-अलग स्थानों पर शवों को उनके घर तक ले जाने के लिए लगायी गयी थी. फिर प्रशासन ने लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया गया.