औरैया: शुक्रवार को जनपद के बिधूना कोतवाली में तैनात दारोगा के खिलाफ दलित युवक ने रिश्वत मांगने व रिश्वत की रकम न देने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देने की शिकायत एसपी से की. जिसके बाद एसपी ने सीओ से मामले की जांच कराई. मामले में जांच सही पाए जाने पर दारोगा के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर निलंबित कर दिया गया.
शुक्रवार को एसपी अभिषेक वर्मा को दिए शिकायती पत्र में कल्लू ने बताया कि बीते 16 अक्टूबर की सुबह करीब 8 बजे वह रामनगर ककराघाट के पास फुहानदी में खाने के लिए मछली पकड़ने गया था. तभी सूचना पर बिधूना कोतवाली में तैनात एसआई लोकेश गांधार पहुंचे और पीड़ित समेत उसके अन्य साथियों को पकड़ लिया. इस दौरान दारोगा ने उन सभी की जाति पूछी और हंसते हुए बिधूना कोतवाली ले गए. पीड़ित ने बताया कि उसे व उसके साथियों को शाम 4 बजे तक थाने में बैठाया और आधार कार्ड लेकर मुचलका भरवाया. इस दौरान 7 हजार रुपये रिश्वत लेकर उन्हें छोड़ा गया.
पीड़ित ने बताया कि बाद में पता चला कि दारोगा ने उन पर कच्ची शराब बेचने का चालान किया था. इस प्रकरण पर पीड़ित ने एसपी को वीडियो भी सौंपा. जहां एसपी ने मामले की जांच सीओ बिधूना से कराई.
दारोगा पर दर्ज हुआ मुकदमा
जांच में मामला सही पाए जाने पर दलित युवक की तहरीर पर कोतवाली में दारोगा लोकेश के खिलाफ भ्रष्टचार निवारण अधिनियम, अनुसूचित जाति जनजति निवारण अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज कर निलंबित कर दिया गया है.
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