अमरोहा: कच्ची शराब से आए दिन हो रही मौतों को लेकर प्रदेश सरकार ने अधिकारियों को शराब माफिया पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए थे. अमरोहा में सरकार के दिशा निर्देश कारगर साबित नहीं हो रहे हैं. अमरोहा जनपद के कोतवाली हसनपुर इलाके के फत्तेपुर बाटूपुरा गांव की महिलाओं ने शराब माफियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ शराब माफिया कच्ची शराब बनाते हैं. इससे गांव के लोग कच्ची शराब पीकर आपस में झगड़ा करते है और अपने घर की महिलाओं के साथ मारपीट करते हैं. नशेड़ी कच्ची शराब पीने के बाद गाली-गलौच करते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम फत्तेपुर में कई जगहों पर कच्ची शराब बनाने का काम जोरों पर हो रहा है.
गांव के लोगों ने कई बार कच्ची शराब बनाने वाले लोगों को अपना कारोबार बन्द करने के लिये कहा तो ये शराब कारोबारी मारपीट और गाली-गलौच करने पर उतारू हो गए. ग्राम फत्तेपुर में कच्ची शराब के कारोबार को बंद कराने के लिये ग्रामवासियों ने पंचायत की. इसमें ग्रामवासियों ओर महिलाओं ने गांव में कच्ची शराब की बिक्री बंद कराने पर जोर दिया. महिलाओं ने कहा कि शराब पीने वाले लोग शराब पीकर घर में मारपीट करते हैं. इससे बच्चों की शिक्षा पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. ग्राम वासियों ने प्रशासन से कच्ची शराब की बिक्री बंद कराने की मांग की.
ग्रामीणों ने कहा कि कच्ची शराब के कारोबार के कारण गांव में लड़के-लड़कियों की शादी नहीं हो पा रही है. अगर किसी तरह रिश्ता पक्का हो जाता है तो जब उनको पता चलता है कि गांव में अवैध कच्ची शराब का कारोबार होता है तो वो शादी करने के लिए मना कर देते हैं. गांव के लोगों ने कहा कि उनके रिश्तेदार भी आने के लिए मना करते हैं. प्रशासन या पुलिस प्रशासन गांव में कच्ची शराब के निर्माण और बिक्री को बंद कराने में असमर्थ है. ग्रामीणों ने कहा कि अवैध कच्ची शराब की बिक्री अगर जल्द बंद नहीं हुई तो हम आंदोलन भी करेंगे.