अमरोहा: जिले के रजबपुर थाना क्षेत्र के शकरपुर गांव में अवैध तरीके से गांव में बसे घुमंतू जाति के लोगों को हटाने पहुंची पुलिस को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. एक युवक को हिरासत में लेने पर महिलाओं ने पुलिस को घेर लिया. खींचतान के बीच महिलाओं ने युवक को छुड़ाकर पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया.
मामला रजबपुर थाना क्षेत्र के गांव शकरपुर समसपुर का है. बीते कुछ सालों से खाली पड़े खेत में कई घुमंतू परिवार डेरे बनाकर रह रहे हैं. आसपास के लोगों का आरोप है कि घुमंतू परिवार अपराधी प्रवृत्ति के हैं. आसपास के गांवों में कुकृत्य की वारदातों को अंजाम देते हैं. पुलिस भी इनको आपराधिक प्रवृत्ति का मानती है. कई लोगों के खिलाफ थाना रजबपुर में मामले भी दर्ज हैं.
सीओ मंडी धनौरा सतेंद्र सिंह शुक्रवार सुबह पुलिस बल के साथ शकरपुर समसपुर पहुंचे. पुलिस ने अवैध रूप से रहने का आरोप लगाते हुए तंबुओं को उखड़वाने का प्रयास किया. जानकारी के मुताबिक, इस दौरान महिलाएं पुलिस से भिड़ गईं. पुलिस पर पथराव कर दिया. एक महिला ने तो पुलिसकर्मी के हाथ का अंगूठा तक चबा डाला. महिलाओं के विरोध के चलते पुलिस को वापस भागना पड़ा, लेकिन दोपहर बाद तीन बजे सीओ मंडी धनौरा भारी पुलिस बल लेकर गांव में पहुंचे और ग्राम प्रधान को भी साथ ले गए. सीओ ने घुमंतू परिवारों को दो दिन में तंबू डेरे हटाने का अल्टीमेटम दिया है.
पूर्व मंत्री महबूब अली के भाइयों समेत 21 पर रिपोर्ट
शकरपुर समसपुर में रह रहे घुमंतू परिवारों को आगामी ग्राम प्रधान के चुनाव में लाभ लेने के लिए शरण देने, उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर वोट बनवाने में शहर विधायक महबूब अली के भाइयों महमूद उर्फ भूरा, शम्सुद्दीन और तंबू बनाकर रह रहे शेर खां असद खां समेत 21 लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में बीती अक्टूबर माह को मुकदमा दर्ज किया गया था.