अमरोहाः जिले के गजरौला क्षेत्र के चकनवाला नदी पर बना पैंटून पुल जर्जर हो चुका है. चकनवाला से दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले इस जर्जर पुल से हजारों लोग नदी को पार कर रहे हैं. 1 जनवरी को शुरू हुआ पुल पानी का दबाव बढ़ने के बाद दलदल में बदल गया है. जिसकी वजह से ग्रामीण हादसे का शिकार हो रहे हैं. पुल बनने के 24 घंटे बाद जर्ज होने पर ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया है.
बाइक सवार नदी में गिरने से बचा
ईटीवी भारत की टीम मंगलवार की सुबह पैंटून पुल का जायजा लिया. रामगंगा पोषक नहर पर लगे पैंटून पुल पर बारिश का पानी जमा हो जाने के कारण नीचे बैठ गया है. मंगलवार को चकनवाला से गांव शीशों वाली की ओर जा रही एक ट्रैक्टर-ट्राली और सामने से आ रही कुछ बाइक सामने से आ जाने के कारण बीच में फंस गई. वाहनों के बीच पुल पर फंसे होने के कारण बाइक निकालना मुश्किल हो गया. इस दौरान एक बाइक सवार नहर में गिरने से बाल-बाल बचा. पुल पर मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी बाइक को निकाला.
13 गांवों को जोड़ता है पैंटून पुल
ग्रामीणों ने बताया कि पैंटून पुल पैदल चलना और वाहनों को निकालना मुश्किल हो रहा है. पुल पर गड्ढे और फिसलन होने के कारण कई बाइक सवार गहरे पानी में गिरने से बच गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पैंटून पुल 13 गांव को जोड़ता है. इन गांवों के हजारों लोग जान जोखिम में डालकर पुल पार करते हैं. बाढ़ खंड के वीर सिंह ने इस बारे में कुछ बताने से इंकार कर दिया.
दो दिन में बदहाल हो गया पुल
बता दें कि उक्त पैंटून पुल को शनिवार को आवागमन के लिए खोला गया था. इसके बाद रामगंगा पोषक नहर के पास से नावों को हटा लिया गया है. अब केवल एक मात्र सहारा पैंटून पुल ही है, जो कि भारी वाहनों के दबाव और तेज बारिश के कारण चालू होने के 2 दिन बाद ही खस्ता हो गया. ऐसे में ग्रामीणों ने परेशान होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन भी किया.