अमरोहा : भाई दूज पर बहन का इंतजार... भाई था सुबह से तैयार... दरवाजे पर दस्तक हुई और तिलक लगाने पहुंचीं बुर्के में मुस्लिम महिला शाहजहां... चौंकिए नहीं, यह सच है. यह घटना है जिला अमरोहा के हसनपुर की. यहां भाई दूज पर हर साल की तरह मुस्लिम महिला शाहजहां अपने हिंदू भाई मुकेश गुप्ता को तिलक करने पहुंचीं. पूरे रीति-रिवाज से भाई दूज मनाया. दोनों का यह रिश्ता पूरे क्षेत्र के लिए मिसाल ही नहीं बल्कि हिंदू-मुस्लिम के नाम पर दरार डालने वालों के लिए सबक भी है.
24 साल से मना रही भाई दूज का त्योहार
24 साल पहले की बात है जब हसनपुर के काला शहीद मोहल्ले के रहने वाले अली अहमद सैफी और उनकी पत्नी शाहजहां के बेटे की मौत हो गई. बेटे की मौत के बाद परेशानी से घिरे दंपति की किसी ने मदद नहीं की. ऐसे में हसनपुर कस्बे के ही रहने वाले व्यापारी नेता व भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष मुकेश गुप्ता ने मदद को हाथ बढ़ाया. तभी से शाहजहां ने मुकेश गुप्ता को अपना भाई मान लिया और हर साल मुकेश गुप्ता को भाई दूज पर टीका करने लगीं और रक्षा बन्धन पर राखी बांधने लगीं.
लोगों ने उठाए सवाल
धर्म के नाम पर दरार डालने वालों को यह रिश्ता रास नहीं आया. मुकेश और शाहजहां के इस पवित्र रिश्ते पर समाज की अंगुलियां भी उठीं. पर दोनों ने और इनके परिवारों ने कोई परवाह नहीं की. इन दोनों भाई-बहनों के परिवारों की खासियत ये है कि मुकेश की कोई सगी बहन नहीं है और शाहजहां का कोई सगा भाई नहीं है.
देते हैं आशीर्वाद
मुकेश कहते हैं कि वो अपनी छोटी बहन शाहजहां को तोहफे में आशीर्वाद देते हैं और जरूरत पड़ने पर वो अपनी बहन और उसके परिवार की मदद किसी भी हद तक करते हैं. वो चाहते हैं कि इनकी बहन और उसका परिवार हमेशा मुस्कुराता रहे.