अमरोहा : कोरोना वैश्विक महामारी की दूसरी लहर शहर से होती हुई ग्रामीण अंचलों में पैर पसार चुकी है. इस बीच जिन लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचनी चाहिए, उन तक यह नहीं पहुंच पा रहीं हैं. शायद यही वजह है कि आज ऐसे गांव भी सामने आ रहे हैं जिनमें 50 से अधिक मौतें हो चुकीं हैं. इन गांवों में हर घर में कोई न कोई बुखार से पीड़ित है. कई की सांसें घुट रहीं हैं. धनोरा ब्लॉक के गांव डींगरा का यही हाल है. उधर, जनपद में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह चरमराने के चलते मजबूरन बीमार ग्रामीणों को झोलाछाप डॉक्टरों का सहारा लेना पड़ रहा है.
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प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी नदारद
पंचायत चुनावों के बाद कोरोना संक्रमण अब गांव की ओर रुख कर चुका है. इसकी वजह से जनपद के अधिकतर गांवों में हर घर में कोई न कोई बीमार पड़ा है. बता दें कि धनोरा ब्लॉक में आने वाले गांव डींगरा में बीते कुछ दिनों में करीब 50 से ज्यादा मौतें हो चुकीं हैं. लेकिन प्रशासन ने अभी तक गांव में एक बार भी आकर हालात का जायजा नहीं लिया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी सौभाग्य प्रकाश एक बार भी अपने ऑफिस से निकलकर गांव में आते नहीं दिखायी दिए. अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं.
धनोरा ब्लॉक के गांव डींगरा में भयावह स्थिति
धनोरा ब्लॉक के गांव डींगरा में पिछले 30 दिनों से लगातार मौतें हो रहीं हैं. यहां लगभग हर परिवार से एक मौत हो चुकी हैं. गांव के हर घर का कोई न कोई सदस्य बुखार की चपेट में है. गांव में लोग झोलाछाप डॉक्टरों के सहारे इलाज कराने को मजबूर हैं. बुखार व सांस फूलने वाले मरीज़ों का क्लीनिक पर अंबार लगा हुआ है.