अमेठी/रायबरेली: मोदी सरकार के शासनकाल में महापुरुषों की प्रतिमाओं को लेकर भी कई बार चर्चा के केंद्र में रहा है. सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति का अनावरण भी काफी सुर्खियां बटोर चुका है. राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण करने केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी 12 सिंतबर को परिसर का रुख करेंगी.
स्वामी विवेकानंद पर केंद्रित होगा संस्थान के व्याख्यानमाला का पहला सत्र -
प्रतिमा के अनावरण के बाद केंद्रीय मंत्री संस्थान के 'लेक्चर सीरीज सेशन' के शुभारंभ कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगी. संस्थान के प्रभारी सिन्हा कहते हैं कि छात्रों को साइंस, टेक्नोलॉजी व लैबोरेट्री तक सीमित न रखते हुए उनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास पर जोर देने के मकसद से इसकी शुरुआत की जा रही है.
'प्रधान' की पहल पर हुई थी 'नरेंद्र' की प्रतिमा की स्थापना -
केंद्र सरकार में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा वर्ष 2016 में संस्थान के नए परिसर के औपचारिक शुरुआत के दौरान ही स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित किए जाने की निर्णय लिया गया था. कुछ यही कारण था कि मंत्रालय द्वारा इस दिशा में तत्काल कार्रवाई हुई और जल्द ही 22 फीट की प्रतिमा तैयार हुई.
11 सिंतबर को ही शिकागो में स्वामी विवेकानंद ने विश्व समुदाय को किया था संबोधित -
इसे महज इत्तेफाक ही कहा जा सकता है कि स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण का दिन 12 सिंतबर तय किया गया,जबकि 11 सिंतबर को ही स्वामी विवेकानंद के शिकागो सम्मेलन में दिए गए विश्वप्रसिद्ध भाषण के 126 वर्ष पूरे हो रहे है.
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