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अमेठी/रायबरेली: खत्म होगा इंतजार, स्मृति ईरानी करेंगी 'नरेंद्र' की मूर्ति का अनावरण

उत्तर प्रदेश के अमेठी में लंबे इंतजार के बाद स्थापित स्वामी विवेकानंद की भव्य प्रतिमा की सुध आखिरकार सरकार ने ली. 12 सिंतबर को स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण करने केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी करेगी.

स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण
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Published : Sep 12, 2019, 9:35 AM IST


अमेठी/रायबरेली: मोदी सरकार के शासनकाल में महापुरुषों की प्रतिमाओं को लेकर भी कई बार चर्चा के केंद्र में रहा है. सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति का अनावरण भी काफी सुर्खियां बटोर चुका है. राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण करने केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी 12 सिंतबर को परिसर का रुख करेंगी.

स्मृति ईरानी करेंगी स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण

स्वामी विवेकानंद पर केंद्रित होगा संस्थान के व्याख्यानमाला का पहला सत्र -
प्रतिमा के अनावरण के बाद केंद्रीय मंत्री संस्थान के 'लेक्चर सीरीज सेशन' के शुभारंभ कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगी. संस्थान के प्रभारी सिन्हा कहते हैं कि छात्रों को साइंस, टेक्नोलॉजी व लैबोरेट्री तक सीमित न रखते हुए उनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास पर जोर देने के मकसद से इसकी शुरुआत की जा रही है.

'प्रधान' की पहल पर हुई थी 'नरेंद्र' की प्रतिमा की स्थापना -
केंद्र सरकार में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा वर्ष 2016 में संस्थान के नए परिसर के औपचारिक शुरुआत के दौरान ही स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित किए जाने की निर्णय लिया गया था. कुछ यही कारण था कि मंत्रालय द्वारा इस दिशा में तत्काल कार्रवाई हुई और जल्द ही 22 फीट की प्रतिमा तैयार हुई.

11 सिंतबर को ही शिकागो में स्वामी विवेकानंद ने विश्व समुदाय को किया था संबोधित -
इसे महज इत्तेफाक ही कहा जा सकता है कि स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण का दिन 12 सिंतबर तय किया गया,जबकि 11 सिंतबर को ही स्वामी विवेकानंद के शिकागो सम्मेलन में दिए गए विश्वप्रसिद्ध भाषण के 126 वर्ष पूरे हो रहे है.
इसे भी पढ़ें-केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का 2 दिवसीय अमेठी दौरा आज


अमेठी/रायबरेली: मोदी सरकार के शासनकाल में महापुरुषों की प्रतिमाओं को लेकर भी कई बार चर्चा के केंद्र में रहा है. सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति का अनावरण भी काफी सुर्खियां बटोर चुका है. राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण करने केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी 12 सिंतबर को परिसर का रुख करेंगी.

स्मृति ईरानी करेंगी स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण

स्वामी विवेकानंद पर केंद्रित होगा संस्थान के व्याख्यानमाला का पहला सत्र -
प्रतिमा के अनावरण के बाद केंद्रीय मंत्री संस्थान के 'लेक्चर सीरीज सेशन' के शुभारंभ कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगी. संस्थान के प्रभारी सिन्हा कहते हैं कि छात्रों को साइंस, टेक्नोलॉजी व लैबोरेट्री तक सीमित न रखते हुए उनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास पर जोर देने के मकसद से इसकी शुरुआत की जा रही है.

'प्रधान' की पहल पर हुई थी 'नरेंद्र' की प्रतिमा की स्थापना -
केंद्र सरकार में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा वर्ष 2016 में संस्थान के नए परिसर के औपचारिक शुरुआत के दौरान ही स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित किए जाने की निर्णय लिया गया था. कुछ यही कारण था कि मंत्रालय द्वारा इस दिशा में तत्काल कार्रवाई हुई और जल्द ही 22 फीट की प्रतिमा तैयार हुई.

11 सिंतबर को ही शिकागो में स्वामी विवेकानंद ने विश्व समुदाय को किया था संबोधित -
इसे महज इत्तेफाक ही कहा जा सकता है कि स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण का दिन 12 सिंतबर तय किया गया,जबकि 11 सिंतबर को ही स्वामी विवेकानंद के शिकागो सम्मेलन में दिए गए विश्वप्रसिद्ध भाषण के 126 वर्ष पूरे हो रहे है.
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Intro:स्पेशल कवरेज: खत्म होगा इंतज़ार,स्मृति कल करेंगी 'नरेंद्र' की इस प्रतिमा का लोकार्पण

11 सिंतबर 2019 - बहादुरपुर - अमेठी/रायबरेली

मोदी सरकार के शासनकाल में महापुरुषों की प्रतिमाओं को लेकर भी कई बार चर्चा के केंद्र में रहा है।हालांकि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति का अनावरण भी काफी सुर्खियां बटोर चुका है।पर देश के प्रबुद्ध वर्ग के संतों के शिखरसूची में शुमार स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को लेकर महीनों तक सरकारी तंत्र में अनदेखी ही देखी गई थी।जी हां यह सब कुछ हो रहा था उसी अमेठी में,जिसको लेकर कहां जा रहा था कि स्मृति ईरानी के अलावा पूरी केंद्र सरकार यहां के हर प्रोजेक्ट को तरजीह दी रही है।जिसका परिणाम 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा उलटफेर के रुप मे देखने को मिला।संस्थान प्रबंधन द्वारा कैंपस में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को स्थापित किए जाने के कई महीने बीत जाने के बाद भी इसके औपचारिक अनावरण या लोकार्पण की जहमत नही उठाई गई।बड़ी बात यह भी रही खुद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी इस दौरान पेट्रोलियम संस्थान परिसर के सामने से अनगिनित बार गुज़री।

बहरहाल,लंबे इंतज़ार के बाद पेट्रोलियम मंत्रालय के अधीन इस संस्थान परिसर में स्थापित स्वामी विवेकानंद की भव्य प्रतिमा की सुध आखिरकार सरकार द्वारा ली गई और देश की संसद द्वारा विशेष अधिनियम के तहत स्थापित किए गए राष्ट्रीय महत्व के चुनिंदा संस्थानों में शुमार बहादुरपुर के राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण करने केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी 12 सिंतबर को परिसर का रुख करेंगी।





Body:आरजीआईपीटी के निर्देशक ए.एस.के. सिन्हा ने ETV से खास बातचीत में कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय मंत्री बतौर मुख्य अतिथि आयोजन में शिरकत करेंगी।

स्वामी विवेकानंद पर केंद्रित होगा संस्थान के व्याख्यानमाला का पहला सत्र -

प्रतिमा के अनावरण के बाद केंद्रीय मंत्री संस्थान के 'लेक्चर सीरीज सेशन' के शुभारंभ कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगी।संस्थान के प्रभारी सिन्हा कहते है कि छात्रों को साइंस, टेक्नोलॉजी व लैबोरेट्री तक सीमित न रखते हुए उनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास पर जोर देने के मकसद से इसकी शुरुआत की जा रही है।

'प्रधान' की पहल पर हुई थी 'नरेंद्र' की प्रतिमा की स्थापना -

केंद्र सरकार में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा वर्ष 2016 में संस्थान के नए परिसर के औपचारिक शुरुआत के दौरान ही स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित किए जाने की निर्णय लिया गया था।कुछ यही कारण था कि मंत्रालय द्वारा इस दिशा में तत्काल कार्यवाही हुई और जल्द ही 22 फ़ीट की प्रतिमा तैयार हुई।


11 सिंतबर को ही शिकागो में स्वामी विवेकानंद ने विश्व समुदाय को किया था संबोधित -

इसे महज इत्तेफाक ही कहा जा सकता है कि स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण का दिन 12 सिंतबर तय किया गया,जबकि 11 सिंतबर को ही स्वामी विवेकानंद के शिकागो सम्मेलन में दिए गए विश्वप्रसिद्ध भाषण के 126 वर्ष पूरे हो रहे है।





Conclusion:गौरतलब है कि अमेठी के बहादुरपुर में राजीव गांधी पेट्रोलियम संस्थान की सौगात गांधी परिवार द्वारा कई वर्ष पूर्व यूपीए शासनकाल में दी गई थी।पहले रायबरेली में किराए के परिसर में आयोजित होने वाले संस्थान को अपने खुद के परिसर में आकर संचालित होने का अवसर वर्ष 2016 में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान ही हासिल हुआ।नए परिसर के शुभारंभ समारोह में 3 बड़े केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व स्मृति ईरानी के अलावा प्रकाश जावड़ेकर भी शामिल हुए थे।



विजुअल : संबंधित विजुअल व पीटीसी,

बाइट : ए. एस. के. सिन्हा - डायरेक्टर व प्रभारी - राजीव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, बहादुरपुर - जायस

प्रणव कुमार - 7000024034
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