अमेठी : केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी तीन दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी आई हैं. केंद्रीय मंत्री ने सिंहपुर ब्लॉक पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर किसान सम्मेलन में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने अमेठी वासियों के साथ प्रधानमंत्री का लाइव प्रसारण देखा और उनका संबोधन सुना. इसके बाद सांसद तिलोई तहसील के सिंहपुर पहुंची, जहां पर गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद किसान मेले और प्रदर्शनी का निरीक्षण किया. उन्होंने कृषि विभाग द्वारा लगाए गए स्टाल का बारीकी से निरीक्षण किया और अनाज के दाने व कीटनाशक दवाओं के विषय में पूछताछ की.
'2014 में अमेठी का सच हुआ उजागर'
जनता से संबोधन के दौरान केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य था कि साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने मुझे अमेठी का प्रतिनिधि करने का निर्णय किया और आपके मध्य में भेजा. 2014 का वह दंगल मैं आज भी भूल नहीं पाऊंगी, जब जनता से मिलने के बाद अमेठी का सच उजागर हुआ कि वर्षों से जिस परिवार ने अमेठी की पुण्यभूमि का प्रतिनिधित्व किया, उस परिवार ने अमेठी की जनता को विकास से जानबूझकर दूर रखा. विकास की दृष्टि से अमेठी की जनता का तिरस्कार किया ताकि वह सोने के महलों में रह सकें. यह मेरा परम सौभाग्य था कि जब मैं आपके बीच में आई तो आपने मुझे भाजपा के प्रत्याशी के रूप में नहीं, बल्कि एक बहन के रूप में स्वीकार किया और दीदी कहकर बुलाया.
'सांसद न रहते हुए भी जनता को दिलवाया खाद का रैक'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि साल 2014 में हमने एक संकल्प, एक कसम खाई थी. माननीय प्रधानमंत्री जी स्वयं पधारे थे और संकल्प उनका था कि भाजपा का कार्यकर्ता, भाजपा का पदाधिकारी आपकी परेशानियां बढ़ाने नहीं, बल्कि विकास करने आया है. जिस विकास से अमेठी की जनता कई दशकों से दूर रही है. सरकार भाजपा की नहीं थी, तब अमेठी के नागरिक और किसान भाइयों ने मांग की, कि दीदी कम से कम एक खाद का रैक दिलवा दो. यह साधारण बात इसलिए नहीं थी क्योंकि क्योंकि साल 2014 का चुनाव मैंने नहीं जीता था, लेकिन अमेठी की जनता यह जानती थी कि अगर काम कराना है विकास कराना है तो भाजपा ही करा सकती है. आपकी एक आवाज पर खाद की रैक अमेठी में उतरवाया गया. अमेठी की जनता ने भी इस बात को स्वीकार किया कि जब से राहुल गांधी सांसद बने हैं, तब से केवल चुनाव के दौरान आते हैं, लेकिन अमेठी की जनता को यह विश्वास था कि उनकी दीदी खाद की रैक अमेठी जरूर पहुंचाएगी. साल 2014 में हम अमेठी लोकसभा सीट नहीं जीते, लेकिन अमेठी के प्रति वचनबद्ध थे. अमेठी की हर समस्या का समाधान हम करेंगे और उसी संकल्प को मोदी सरकार ने पूरा करते हुए अमेठी में खाद को उपलब्ध कराया.
राहुल गांधी पर बोला हमला
स्मृति ईरानी ने कहा कि आज के समय में विपक्ष किसानों से झूठ बोलकर बरगलाने का काम कर रहा है. जब अमेठी के सांसद राहुल गांधी थे, तब उस समय खाद की दुकान पर लाइन लगती थी और पुलिस से लाठीचार्ज करवाया जाता था. लोगों को सम्राट साइकिल फैक्ट्री का सपना दिखाया गया था और उस जमीन को गांधी परिवार ने खुद हड़प लिया. जिला और तहसील की कोर्ट से आदेश निकलता है कि किसान की जमीन लौटाई जाए, लेकिन राहुल गांधी आज तक टस से मस नहीं हुए. आज भी उनका खानदान सम्राट साइकिल की किसानों की जमीन को हड़प कर रखा है. मैं गांधी खानदान को चुनौती देना चाहती हूं कि राहुल गांधी अमेठी के किसानों के बीच में बता दें कि उनके राज में किसानों की क्या स्थिति थी. यहां का सांसद न होते हुए भी अगर किसी ने यहां किसानों को खाद की रैक दिलवाई तो वो नरेंद्र मोदी जी ने दिलाई.
'मोदी सरकार में किसानों का हो रहा विकास'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज अमेठी के किसानों के खातों में पैसा सीधे जा रहा है. अमेठी के हर ब्लॉक हर न्याय पंचायत का किसान कलेक्ट्रेट में आकर अपनी समस्या को जिला कलेक्टर से बताता है. उसकी समस्या का तुरंत निदान होता है. यह संभव तभी हुआ, जब केंद्र में मोदी और प्रदेश में योगी सरकार बनी है. आज अमेठी में 8000 से अधिक किसानों के धान की खरीद हो चुकी है और उनके खातों में पैसा पहुंच चुका है. यह मोदी सरकार ने कर दिखाया है. गेहूं खरीद का पैसा अगर किसी ने भी किसानों को दिलवाया है तो मोदी और योगी सरकार ने दिलाया है.