अमेठी: एमपी-एमएलए कोर्ट ने शुक्रवार को सामूहिक दुष्कर्म के मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति समेत तीन को दोषी करार करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई थी. दो दिन पहले इसी मामले में गायत्री का गनर और पीआरओ समेत चार लोग बरी कर दिए गए थे. ईटीवी भारत की टीम ने इस फैसले को लेकर अमेठी के लोगों से बात की. कई लोगों ने अदालत के फैसले को सही बताया, वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया.
गैंग रेप एवं पाक्सो के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को न्यायालय ने शुक्रवार को आजीवन का कारवास की सजा अदालत ने सुनायी थी. सजा की खबर सुनते ही मंत्री के परिवार के लोगों और समर्थकों में मातम छा गया. अमेठी से सपा विधायक एवं पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पिछले कई वर्षों से जेल में बंद हैं. यह केस एमपी-एमएलए कोर्ट लखनऊ में चल रहा था. बुधवार को न्यायालय ने मामले में गायत्री प्रसाद प्रजापति को दोषी करार दिया था. शुक्रवार को न्यायालय ने गैंग रेप और पाक्सो एक्ट में दोषी पाए जाने पर गायत्री सहित तीन लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी थी.
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अदालत के इस फैसले को लेकर कस्बे के व्यवसायी फूल चंद ने कहा कि गायत्री प्रजापति को राजनीति के तहत फंसाया गया है और वो निर्दोष हैं. उन्होंने गरीबों के लिए जो किया है और कोई नहीं कर सकता है. छात्र शरद ने कहा कि अमेठी के लिए शुक्रवार का दिन काला दिन था. इससे गरीबों को बहुत नुकसान हुआ. गायत्री प्रजापति के साथ राजनीति साजिश हुई है. जगपल यादव ने कहा कि गायत्री प्रजापति ने आम लोगों के बहुत कुछ किया है. उन्हें राजनीतिक विरोध के चलते फंसाया गया. इससे अमेठी का बहुत नुकसान हुआ है.
स्थानीय निवासी राम सजीवन ने कहा कि पूर्व मंत्री के साथ अन्याय हुआ है. वो गरीबों के लिए बहुत काम करते थे. मोइजुल्ला फारुखी ने कहा कि वो न्यायालय के फैसले का सम्मान करते है. उन्होंने गायत्री प्रसाद प्रजापति को गरीबों का मसीहा बताया. वहीं कई लोग इस मामले में प्रतिक्रिया देने से बचते भी नजर आए.
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