अमेठीः जनपद की सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) के दौरे पर फरियादियों की भीड़ ने जिला प्रशासन की पोल खोल दी. एक फरियादी की समस्या के निस्तारण के लिए जब सांसद ने लेखपाल को फोन लगाया तो उसने पहचानने से ही इनकार कर दिया. इस पर उन्होंने सीडीओ को फोन थमाते हुए कहा कि अंकुर इसे अपना परिचय बता दो. लेखपाल ने सीडीओ को भी पहचानने से इनकार कर दिया. इस पर सीडीओ ने लेखपाल से कहा कि विकास भवन आकर मिलो.
केंद्रीय मंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में दौरे पर हैं. जहां वे कादूनाला स्मारक पर शहीदों को पुष्प चढ़ाकर वापस आ रही थी. इस दौरान अचानक गौतमपुर पूरे पहलवान गांव के निवासी करुणेश सिंह अपनी फरियाद सांसद के पास लेकर पहुंचे. उन्होंने कहा कि पिताजी परिषदीय स्कूल में शिक्षक थे. उनकी मृत्यु होने के बाद मां सावित्री देवी को पेंशन मिलनी चाहिए लेकिन लेखपाल द्वारा सत्यापन नहीं किया जा रहा है.
पीडित करुणेश ने बताया कि लेखपाल द्वारा काम को बार-बार टरका दिया जा रहा है. इस पर केंद्रीय मंत्री ने लेखपाल का नंबर लेकर फोन मिला दिया. केंद्रीय मंत्री ने लेखपाल से कहा हेलो मैं अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी बोल रहीं हूं. उसके बाद उन्होंने सीडीओ को फोन थमाते हुए कहा थोड़ा रुकिए साहब. अंकुर जी आप हमारा परिचय दे दीजिए. केंद्रीय मंत्री ने सीडीओ को फोन दिया तो लेखपाल ने सीडीओ को भी नहीं पहचाना. इस पर सीडीओ ने लेखपाल को विकास भवन आकर मिलने को कहा.
शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंची केंद्रीय मंत्री को मिली अवैध कब्जे की शिकायत
केंद्रीय मंत्री जायस कस्बे के मोहल्ला छोटा गोरिया में स्वर्गीय त्रियुगी नारायण विश्वकर्मा के घर शोक संवेदना वक्त करने पहुंचीं थी. यहां उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस दौरान उनकी पत्नी व उनकी बेटी साधना ने पड़ोसी द्वारा अवैध कब्जे की शिकायत की. पीड़ित की शिकायत के निस्तारण के लिए स्मृति ने एसडीएम तिलोई फाल्गुनी सिंह (SDM Tiloi Falguni Singh) से मौके पर ही वार्ता की. एसडीएम तिलोई को तत्काल समस्या के निराकरण के लिए निर्देश दिए. पीड़ित परिजनों ने बताया की सोमवार से काम लगवाने के लिए बोला गया है.
एक महिला ने रास्ते को लेकर केंद्रीय मंत्री से रो-रोकर अपना दुखड़ा सुनाई. इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने महिला को समझाते हुए कहा की आपका काम तत्काल होगा. मौके पर ही केंद्रीय मंत्री ने कहा की स्टीमेट में क्या कमी है, सांसद निधि से बनना है या जिला प्रशासन से मुझे अवगत कराओ. महिला के सवाल का जवाब देते हुए स्मृति ने पीड़ित महिला को अपना रिश्तेदार बताते हुए काम कराने की बात कही.
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जानकारी के अनुसारा शासन द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक जिला स्तरीय अधिकारी प्रतिदिन जन सुनवाई कर रहे हैं. वहीं ऑनलाइन जनसुनवाई मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी लोग लगातार शिकायत करते हैं. समाधान दिवस पर भी लोगों की लंबी लाइन देखी जा सकती है. इसके बावजूद जब कभी केंद्रीय मंत्री का अमेठी दौरा होता है, तो फरियादियों की लंबी लाइन दिखाई दे रही है.
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