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अमेठी में एक लाख से ज्यादा सहजन का पौधा लगाने का लक्ष्य - sahjan tree

लोगों के स्वास्थ के लिये कारगर सहजन का पौधरोपड़ शासन द्वारा जल्द ही सभी ब्लॉकों में कराया जायेगा, पर्यावरण संरक्षण और लोगों को स्वस्थ रखने में कारगर सहजन जल्द ही जिले के हर घर में मिलेंगे. वहीं वन विभाग भी इस योजना को अमलीजामा पहनाने में जुट गया है.

अमेंठी में 1,03,836 सहजन के पौधे लगाने का लक्ष्य.
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Published : Jun 15, 2019, 6:49 PM IST

Updated : Jun 15, 2019, 7:29 PM IST

अमेठी: शासन द्वारा जल्द ही जिले के सभी ब्लॉकों में पर्यावरण संरक्षण के साथ लोगों को स्वस्थ रखने में कारगर सहजन के पौधों का रोपण कराया जायेगा. ये काम जिले में संचालित 4,690 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 51,918 महिलाओं के माध्यम से पूरा किया जाएगा. शासन से महिलाओं को सहजन के पौधे निःशुल्क उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई है.

अमेंठी में 1,03,836 सहजन के पौधे लगाने का लक्ष्य.

घर-घर में बांटे जायेंगे सहजन के पौधे

  • पर्यावरण संरक्षण और लोगों को स्वस्थ रखने में कारगर सहजन के पौधे जल्द ही जिले के हर घर में मिलेंगे.
  • शासन ने योजना को क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी है.
  • आयुक्त ग्राम्य विकास की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि पौधरोपण के साथ उन्हें सुरक्षित और संरक्षित करने का काम जिले में 4,690 महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिला सदस्य करेंगी.
  • प्रत्येक समूह में 11 महिला सदस्य हैं, इनकी कुल संख्या 51,918 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ ब्लॉक वार बैठक करके वन विभाग इन्हें प्रति महिला सदस्य दो-दो पौधे यानी कुल 1,03,836 उपलब्ध कराएगा.
  • पौधारोपण का काम पूरा करने के लिए जुलाई तक की समय सीमा तय की गई है.


सहजन में औषधीय गुण

सहजन के पौधे में तमाम औषधीय गुण होते हैं. सहजन की फली तीन सौ से ज्यादा रोगों में लाभकारी होती है. इसमें 92 तरह के मल्टीविटामिन, 46 तरह के एंटी ऑक्सीडेंट, 18 तरह की एसिड और 36 तरह के दर्द को दूर करने वाला तत्व होता है. इसमें दूध से 17 गुना ज्यादा कैल्शियम होता है, गाजर से 10 गुना ज्यादा बीटा कैरोटीन, केले से 3 गुना ज्यादा पोटैशियम, संतरे से 7 गुना ज्यादा विटामिन सी और पालक से 25 गुना अधिक आयरन पाया जाता है.


अमेठी जनपद में कुल 4,690 सहायता समूह हैं जिसमें 51,918 मेंबर्स है. ग्राम विकास विभाग से निर्णय हुआ है कि हर मेम्बर्स दो पौधे सहजन के लगाएगा. इस प्रकार 1,03,836 पौधे सहजन के जुलाई माह तक रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है. सारे पौधे पौधशाला में रखे गए हैं जो उन्हें जल्द ही दिये जाएंगें.
यूपी सिंह (डीएफओ,अमेठी)

अमेठी: शासन द्वारा जल्द ही जिले के सभी ब्लॉकों में पर्यावरण संरक्षण के साथ लोगों को स्वस्थ रखने में कारगर सहजन के पौधों का रोपण कराया जायेगा. ये काम जिले में संचालित 4,690 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 51,918 महिलाओं के माध्यम से पूरा किया जाएगा. शासन से महिलाओं को सहजन के पौधे निःशुल्क उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई है.

अमेंठी में 1,03,836 सहजन के पौधे लगाने का लक्ष्य.

घर-घर में बांटे जायेंगे सहजन के पौधे

  • पर्यावरण संरक्षण और लोगों को स्वस्थ रखने में कारगर सहजन के पौधे जल्द ही जिले के हर घर में मिलेंगे.
  • शासन ने योजना को क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी है.
  • आयुक्त ग्राम्य विकास की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि पौधरोपण के साथ उन्हें सुरक्षित और संरक्षित करने का काम जिले में 4,690 महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिला सदस्य करेंगी.
  • प्रत्येक समूह में 11 महिला सदस्य हैं, इनकी कुल संख्या 51,918 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ ब्लॉक वार बैठक करके वन विभाग इन्हें प्रति महिला सदस्य दो-दो पौधे यानी कुल 1,03,836 उपलब्ध कराएगा.
  • पौधारोपण का काम पूरा करने के लिए जुलाई तक की समय सीमा तय की गई है.


सहजन में औषधीय गुण

सहजन के पौधे में तमाम औषधीय गुण होते हैं. सहजन की फली तीन सौ से ज्यादा रोगों में लाभकारी होती है. इसमें 92 तरह के मल्टीविटामिन, 46 तरह के एंटी ऑक्सीडेंट, 18 तरह की एसिड और 36 तरह के दर्द को दूर करने वाला तत्व होता है. इसमें दूध से 17 गुना ज्यादा कैल्शियम होता है, गाजर से 10 गुना ज्यादा बीटा कैरोटीन, केले से 3 गुना ज्यादा पोटैशियम, संतरे से 7 गुना ज्यादा विटामिन सी और पालक से 25 गुना अधिक आयरन पाया जाता है.


अमेठी जनपद में कुल 4,690 सहायता समूह हैं जिसमें 51,918 मेंबर्स है. ग्राम विकास विभाग से निर्णय हुआ है कि हर मेम्बर्स दो पौधे सहजन के लगाएगा. इस प्रकार 1,03,836 पौधे सहजन के जुलाई माह तक रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है. सारे पौधे पौधशाला में रखे गए हैं जो उन्हें जल्द ही दिये जाएंगें.
यूपी सिंह (डीएफओ,अमेठी)

Intro:अमेठी। शासन द्वारा जल्द ही जिले के सभी ब्लॉकों में पर्यावरण संरक्षण के साथ लोगो को स्वस्थ रखने में कारगार सहजन के पौधे का रोपण करायेगा। यह काम जिले में संचालित 4,690 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 51,918 महिलाओं के माध्यम से पूरा किया जाएगा। शासन से महिलाओं को सहजन के पौधे निःशुल्क उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी है।


Body:वी/ओ- पर्यावरण संरक्षण व लोगो को स्वस्थ रखने में कारगर सहजन के पौधे जल्द ही जिले के हर घर मे मिलेंगे। शासन ने योजना को क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी है। आयुक्त ग्राम्य विकास की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि पौधरोपण के साथ उन्हें सुरक्षित व संरक्षित करने का काम जिले में 4,690 महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिला सदस्य करेंगी। प्रत्येक समूह में 11 महिला सदस्य हैं। इनकी कुल संख्या 51,918 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ ब्लॉक वार बैठक करके वन विभाग इन्हें प्रति महिला सदस्य दो-दो पौधे यानी कुल 1,03,836 उपलब्ध कराएगा। पौधारोपण का काम पूरा करने के लिए जुलाई की समय सीमा तय की गई है।

सहजन में औषधीय गुण-

सहजन के पौधे में तमाम औषधि गुण होते हैं। सहजन की फली तीन सौ से ज्यादा रोगों में लाभकारी है। इसमें 92 तरह के मल्टीविटामिन, 46 तरह के एंटी ऑक्सीडेंट, 18 तरह की एसिड व 36 तरह के दर्द को दूर करने वाला होता है। इसमें दूध से 17 गुना कैल्शियम ज्यादा होता है, गाजर से 10 गुना ज्यादा बीटा कैरोटीन, केले से 3 गुना ज्यादा पोटैशियम, संतरे से 7 गुना ज्यादा विटामिन सी, व पालक से 25 गुना अधिक आयरन पाया जाता है।


Conclusion:वी/ओ- अमेठी जनपद में कुल सहायता समूह 4,690 है। इस प्रकार 51,918 मेंबर्स है। ग्राम विकास विभाग से निर्णय हुआ है
हर मेम्बर्स दो पौधे सहजन लगाएगा। इस प्रकार 1,03,836 पौधे सहजन के जुलाई माह तक रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। सारे पौधे पौधशाला में रखे गए है जो उन्हें दिए जाएंगे।


बाइट- यू० पी० सिंह (डीएफओ,अमेठी)
Last Updated : Jun 15, 2019, 7:29 PM IST
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