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अजय राय का बयान क्या अमेठी में Rahul Gandhi Vs Smriti Irani का उद्घोष है, देखें रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के बाद अजय राय ने राहुल गांधी के अमेठी से लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने की बात कहकर राजनीतिक गलियारों में अभी से गर्मी ला दी है. पिछले चुनाव में भी स्मृति और राहुल के बीच मुकाबला काफी दिलचस्प हुआ था. आईए जानते हैं इस बार कैसा मुकाबला होगा.

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Published : Aug 19, 2023, 1:35 PM IST

अजय राय के बयान पर प्रतिक्रिया देते अमेठी के कांग्रेस और भाजपा नेता

अमेठी: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने का बयान देकर राजनीतिक गलियारों में बहस तेज कर दी है. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 में एक बार फिर राहुल गांधी और स्मृति ईरानी आमने-सामने होंगे. अजय राय के बयान के बाद लोकसभा चुनाव 2024 में पिछली बार से भी ज्यादा दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद जताई जाने लगी है. भाजपाई जहां स्मृति ईरानी के चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता इसे संजीवनी के रूप में देख रहे हैं.

राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की खबर से अमेठी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश हाई हो गया है. गांधी परिवार का गढ़ कहे जाने वाले अमेठी में कांग्रेस का अतीत बहुत ही सुंदर रहा है. अमेठी और कांग्रेस एक दूसरे का पर्याय थीं. लोकसभा चुनाव 2019 में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने शिकस्त देकर कांग्रेस के किले को ढहा दिया था. चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी का अमेठी में आवागमन न के बराबर हो गया.

अब कांग्रेस ने जैसे ही अजय राय को यूपी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी वैसे ही उन्होंने मीडिया में बयान देकर राहुल गांधी को अमेठी से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह बयान अजय राय का निजी बयान नहीं है. राहुल गांधी के बारे में वे बिना किसी बात के चुनाव लड़ने की बात नहीं कर सकते. उनके इस बयान के बाद कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने भी उनके कथन का समर्थन किया है.

राहुल गांधी अमेठी को मानते हैं परिवारः दीपक सिंह का कहना है कि अजय राय ने राहुल गांधी के लिए जो अमेठी से चुनाव लड़ने की बात कही है, निश्चित ही इसके पहले से अमेठी का जन-जन उसकी तैयारी कर रहा है. अमेठी के लोग राहुल गांधी को अपना परिवार मानते हैं और राहुल गांधी अमेठी के लोगों को अपना परिवार मानते हैं. अमेठी इस बार राहुल गांधी को रिकॉर्ड मतों से जीत दिलाकर अपनी भूल सुधार करना चाहती है.

राहुल गांधी की अमेठी से है मुहब्बतः उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी वायनाड से सांसद हैं तब भी अमेठी वासियों से उतनी ही मुहब्बत करते हैं जब वह अमेठी से सांसद थे. राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा निकाली तो उसके पहले वह अमेठी आए थे. उन्होंने कहा था कि किसी भी अच्छे काम की शुरुआत जब हम करते हैं तो अमेठी आते हैं. जगदीशपुर से जामो तक उन्होंने पदयात्रा निकाली थी, जिसमें हजारों हजार लोग उनके साथ चले थे.

अमेठी की जनता करेगी भूल सुधारः दीपक का कहना है कि राहुल गांधी का जुड़ाव लगातार अमेठी से है. अमेठी की जनता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के चुनाव की तैयारी कर रहा है. अमेठी की जनता अपनी भूल का सुधार करना चाहती है. बंद पड़े विकास को पुनः चालू कराना चाहती है. झूठ के व्यापार और दुकानों को बंद करना चाहती है. उन्होंने आगे कहा कि अमेठी की जनता राहुल गांधी को अमेठी से सांसद चुनकर देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहती है.

चुनाव हारने के बाद भी राहुल गांधी अमेठी के साथ रहेः कांग्रेस प्रवक्ता अनिल सिंह का कहना है कि राहुल गांधी चुनाव हारने के बाद भी हर सुख दुख में अमेठी के साथ में हैं. कोरोना जैसी महामारी में भी राहुल गांधी ने अमेठी ही नहीं अमेठी के आसपास के लोगों के सुख-दुख में साथ में थे. राहुल गांधी का अमेठी से तीन पीढ़ियों का रिश्ता है. राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे और स्मृति ईरानी की जमानत जप्त हो जाएगी. कांग्रेसी हर समय शासन और प्रशासन की नीतियों से लड़ रहा है. राहुल गांधी आएंगे और चुनाव जीत कर जाएंगे. देश के प्रधानमंत्री बनेंगे.

स्मृति ईरानी पर बोला हमलाः उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर हमला करते हुए कहा कि स्मृति जिस मंत्रालय की मंत्री रहीं, उसकी एक भी ईंट 17 ब्लॉकों में रखी गई हो तो बताएं. गौरीगंज अमेठी जिले का मुख्यालय है. प्रदेश सरकार को पांच-पांच बार पत्र लिखा गया कि जिले में आवागमन के लिए एक भी बस नहीं चलती है. संसद में फ्लाइंग किस के मुद्दे पर स्मृति को घेरते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने क्या किया अन्य सांसदों ने नहीं देखा, केवल स्मृति ईरानी ने ही देखा. स्मृति ईरानी हमेशा अमेठी के लोगों का अपमान करती हैं.

स्मृति ईरानी के मुकाबले कोई नहींः भाजपा के जिला प्रवक्ता चंद्रमौली सिंह ने कहा कि आज स्मृति के मुकाबले में कोई नहीं है. जिस प्रकार से वह 2014 से अमेठी के लोगों की सेवा कर रही हैं, कोरोना काल में जिस तरीके से उन्होंने सेवा की, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है, स्मृति ने उस परिवार को गले लगाया. अमेठी उन्हें अपनी बहन के रूप में अपना चुका है. इसलिए यहां कोई वर्सेज नहीं है. यदि राहुल गांधी इस बार यहां आते हैं तो जो उन्होंने 15 वर्ष तक अमेठी को बर्बाद किया है, उसका बदला यहां का नौजवान किसान और अन्य लोग उनसे लेने वाले हैं.

राहुल गांधी को बताया बरसाती मेंढकः उन्होंने राहुल गांधी की तुलना बरसाती मेंढक से कर डाली. कहा कि हर 5 वर्ष पर पहले भी आते थे, टाटा बाय-बाय कर चले जाते थे. लेकिन, अब अमेठी की जनता जाग चुकी है. अब गुलामी की मानसिकता को छोड़ चुकी है. अब आजाद अमेठी है. नरेंद्र मोदी, योगी और दीदी को चुनने वाली अमेठी है. इनके अलावा यहां कोई नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदैव से ही आंख में धूल झोंकने का काम करती है. गांधी परिवार या कांग्रेसी अमेठी को कब से अपना घर बताते चले आ रहे हैं. ये उनका घर कैसे हो सकता है. जब अमेठी में उनकी एक भी छत नहीं है तो उनका घर कैसे हो सकता है.

क्या गांधी परिवार की अमेठी में अपनी छत हैः दूसरी बात अमेठी को अपना घर बताने वाले बताएं कि इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज नहीं, पढ़ाई के लिए स्कूल नहीं, किसानों के लिए कृषि विज्ञान केंद्र की व्यवस्था नहीं थी. यह सब विकास 2014 में दीदी जी के आने के बाद हुआ. कांग्रेस के कार्यकाल में अमेठी के बाईपास की क्या स्थिति थी और आज क्या स्थिति है. विकास कार्य को लेकर नेता के साथ जनता भी बोल रहे हैं. चारों तरफ रोड एक्सप्रेसवे चमचमा रहे हैं. स्मृति ईरानी इस बार रिकार्ड मतों से चुनाव जीतेंगी.

ये भी पढ़ेंः अमेठी से राहुल गांधी लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, प्रियंका के वाराणसी से मैदान में उतरने पर करेंगे पूरा समर्थनः अजय राय

अजय राय के बयान पर प्रतिक्रिया देते अमेठी के कांग्रेस और भाजपा नेता

अमेठी: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने का बयान देकर राजनीतिक गलियारों में बहस तेज कर दी है. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 में एक बार फिर राहुल गांधी और स्मृति ईरानी आमने-सामने होंगे. अजय राय के बयान के बाद लोकसभा चुनाव 2024 में पिछली बार से भी ज्यादा दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद जताई जाने लगी है. भाजपाई जहां स्मृति ईरानी के चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता इसे संजीवनी के रूप में देख रहे हैं.

राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की खबर से अमेठी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश हाई हो गया है. गांधी परिवार का गढ़ कहे जाने वाले अमेठी में कांग्रेस का अतीत बहुत ही सुंदर रहा है. अमेठी और कांग्रेस एक दूसरे का पर्याय थीं. लोकसभा चुनाव 2019 में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने शिकस्त देकर कांग्रेस के किले को ढहा दिया था. चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी का अमेठी में आवागमन न के बराबर हो गया.

अब कांग्रेस ने जैसे ही अजय राय को यूपी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी वैसे ही उन्होंने मीडिया में बयान देकर राहुल गांधी को अमेठी से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह बयान अजय राय का निजी बयान नहीं है. राहुल गांधी के बारे में वे बिना किसी बात के चुनाव लड़ने की बात नहीं कर सकते. उनके इस बयान के बाद कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने भी उनके कथन का समर्थन किया है.

राहुल गांधी अमेठी को मानते हैं परिवारः दीपक सिंह का कहना है कि अजय राय ने राहुल गांधी के लिए जो अमेठी से चुनाव लड़ने की बात कही है, निश्चित ही इसके पहले से अमेठी का जन-जन उसकी तैयारी कर रहा है. अमेठी के लोग राहुल गांधी को अपना परिवार मानते हैं और राहुल गांधी अमेठी के लोगों को अपना परिवार मानते हैं. अमेठी इस बार राहुल गांधी को रिकॉर्ड मतों से जीत दिलाकर अपनी भूल सुधार करना चाहती है.

राहुल गांधी की अमेठी से है मुहब्बतः उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी वायनाड से सांसद हैं तब भी अमेठी वासियों से उतनी ही मुहब्बत करते हैं जब वह अमेठी से सांसद थे. राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा निकाली तो उसके पहले वह अमेठी आए थे. उन्होंने कहा था कि किसी भी अच्छे काम की शुरुआत जब हम करते हैं तो अमेठी आते हैं. जगदीशपुर से जामो तक उन्होंने पदयात्रा निकाली थी, जिसमें हजारों हजार लोग उनके साथ चले थे.

अमेठी की जनता करेगी भूल सुधारः दीपक का कहना है कि राहुल गांधी का जुड़ाव लगातार अमेठी से है. अमेठी की जनता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के चुनाव की तैयारी कर रहा है. अमेठी की जनता अपनी भूल का सुधार करना चाहती है. बंद पड़े विकास को पुनः चालू कराना चाहती है. झूठ के व्यापार और दुकानों को बंद करना चाहती है. उन्होंने आगे कहा कि अमेठी की जनता राहुल गांधी को अमेठी से सांसद चुनकर देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहती है.

चुनाव हारने के बाद भी राहुल गांधी अमेठी के साथ रहेः कांग्रेस प्रवक्ता अनिल सिंह का कहना है कि राहुल गांधी चुनाव हारने के बाद भी हर सुख दुख में अमेठी के साथ में हैं. कोरोना जैसी महामारी में भी राहुल गांधी ने अमेठी ही नहीं अमेठी के आसपास के लोगों के सुख-दुख में साथ में थे. राहुल गांधी का अमेठी से तीन पीढ़ियों का रिश्ता है. राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे और स्मृति ईरानी की जमानत जप्त हो जाएगी. कांग्रेसी हर समय शासन और प्रशासन की नीतियों से लड़ रहा है. राहुल गांधी आएंगे और चुनाव जीत कर जाएंगे. देश के प्रधानमंत्री बनेंगे.

स्मृति ईरानी पर बोला हमलाः उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर हमला करते हुए कहा कि स्मृति जिस मंत्रालय की मंत्री रहीं, उसकी एक भी ईंट 17 ब्लॉकों में रखी गई हो तो बताएं. गौरीगंज अमेठी जिले का मुख्यालय है. प्रदेश सरकार को पांच-पांच बार पत्र लिखा गया कि जिले में आवागमन के लिए एक भी बस नहीं चलती है. संसद में फ्लाइंग किस के मुद्दे पर स्मृति को घेरते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने क्या किया अन्य सांसदों ने नहीं देखा, केवल स्मृति ईरानी ने ही देखा. स्मृति ईरानी हमेशा अमेठी के लोगों का अपमान करती हैं.

स्मृति ईरानी के मुकाबले कोई नहींः भाजपा के जिला प्रवक्ता चंद्रमौली सिंह ने कहा कि आज स्मृति के मुकाबले में कोई नहीं है. जिस प्रकार से वह 2014 से अमेठी के लोगों की सेवा कर रही हैं, कोरोना काल में जिस तरीके से उन्होंने सेवा की, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है, स्मृति ने उस परिवार को गले लगाया. अमेठी उन्हें अपनी बहन के रूप में अपना चुका है. इसलिए यहां कोई वर्सेज नहीं है. यदि राहुल गांधी इस बार यहां आते हैं तो जो उन्होंने 15 वर्ष तक अमेठी को बर्बाद किया है, उसका बदला यहां का नौजवान किसान और अन्य लोग उनसे लेने वाले हैं.

राहुल गांधी को बताया बरसाती मेंढकः उन्होंने राहुल गांधी की तुलना बरसाती मेंढक से कर डाली. कहा कि हर 5 वर्ष पर पहले भी आते थे, टाटा बाय-बाय कर चले जाते थे. लेकिन, अब अमेठी की जनता जाग चुकी है. अब गुलामी की मानसिकता को छोड़ चुकी है. अब आजाद अमेठी है. नरेंद्र मोदी, योगी और दीदी को चुनने वाली अमेठी है. इनके अलावा यहां कोई नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदैव से ही आंख में धूल झोंकने का काम करती है. गांधी परिवार या कांग्रेसी अमेठी को कब से अपना घर बताते चले आ रहे हैं. ये उनका घर कैसे हो सकता है. जब अमेठी में उनकी एक भी छत नहीं है तो उनका घर कैसे हो सकता है.

क्या गांधी परिवार की अमेठी में अपनी छत हैः दूसरी बात अमेठी को अपना घर बताने वाले बताएं कि इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज नहीं, पढ़ाई के लिए स्कूल नहीं, किसानों के लिए कृषि विज्ञान केंद्र की व्यवस्था नहीं थी. यह सब विकास 2014 में दीदी जी के आने के बाद हुआ. कांग्रेस के कार्यकाल में अमेठी के बाईपास की क्या स्थिति थी और आज क्या स्थिति है. विकास कार्य को लेकर नेता के साथ जनता भी बोल रहे हैं. चारों तरफ रोड एक्सप्रेसवे चमचमा रहे हैं. स्मृति ईरानी इस बार रिकार्ड मतों से चुनाव जीतेंगी.

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