अंबेडकरनगर : देश में लॉकडाउन के कारण मजदूर और गरीबों की जिंदगी बेहाल हो गई है. लॉकडाउन में मजदूरों को भूखे पेट जिंदगी काटनी पड़ रही है. इस लॉकडाउन में भी मजदूर प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए हैं. जिन मालिकों के यहां ये मजदूर 10 वर्षों से कार्य कर रहे थे, उन्होंने इन्हें इस हालात में छोड़ दिया है. 12 से अधिक मजदूरों ने टाण्डा तहसील परिसर में पहुंचकर प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
बुनकर नगरी टाण्डा में कपड़ा बुनाई का कारोबार बड़े पैमाने पर चलता है लेकिन लॉकडाउन के बाद से सब बंद हो गया है. ऐसे में कुछ लूम मालिकों ने मजदूरों की छुट्टी कर दी है. ये वे मजदूर हैं जो कई वर्षों से इन मालिकों के यहां मजदूरी करते थे. हालात से परेशान मजदूरों ने तहसील पहुंकर प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. मजदूरों का कहना है कि मालिक ने निकाल दिया है. इससे रोटी की समस्या आ गई है. मालिकों का कहना है कि जाकर सरकार से मांग करो. वहीं मजदूरों के गुहार लगाने पर प्रशासन ने तत्काल सारे मजदूरों को आवश्यक समान उपलब्ध कराया.
अंबेडकरनगर : मालिकों ने काम से निकाला तो प्रदर्शन को मजबूर हुए मजदूर
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में लॉकडाउन के कारण गरीब और मजदूरों की जिंदगी दैनीय हो गई है. कपड़े की बुनाई में कार्यरत मजदूरों की मालिक ने छुट्टी कर दी है. इससे उनकी रोजी रोटी नहीं चल पा रही. वहीं मजदूरों ने तहसील में पहुंकर प्रदर्शन किया.
अंबेडकरनगर : देश में लॉकडाउन के कारण मजदूर और गरीबों की जिंदगी बेहाल हो गई है. लॉकडाउन में मजदूरों को भूखे पेट जिंदगी काटनी पड़ रही है. इस लॉकडाउन में भी मजदूर प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए हैं. जिन मालिकों के यहां ये मजदूर 10 वर्षों से कार्य कर रहे थे, उन्होंने इन्हें इस हालात में छोड़ दिया है. 12 से अधिक मजदूरों ने टाण्डा तहसील परिसर में पहुंचकर प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
बुनकर नगरी टाण्डा में कपड़ा बुनाई का कारोबार बड़े पैमाने पर चलता है लेकिन लॉकडाउन के बाद से सब बंद हो गया है. ऐसे में कुछ लूम मालिकों ने मजदूरों की छुट्टी कर दी है. ये वे मजदूर हैं जो कई वर्षों से इन मालिकों के यहां मजदूरी करते थे. हालात से परेशान मजदूरों ने तहसील पहुंकर प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. मजदूरों का कहना है कि मालिक ने निकाल दिया है. इससे रोटी की समस्या आ गई है. मालिकों का कहना है कि जाकर सरकार से मांग करो. वहीं मजदूरों के गुहार लगाने पर प्रशासन ने तत्काल सारे मजदूरों को आवश्यक समान उपलब्ध कराया.