अम्बेडकरनगर: शासन की सख्ती के बावजूद जिले में सरकारी धन के बंदरबाट के लिए अधिकारियों की मनमानी चरम पर है. अधिकारी मनमाने तरीके से कार्य करा कर मार्च माह में बजट खारिज करने की तैयारी कर रहे हैं. भ्रष्टाचार का आलम यह है कि 6 वर्ष पहले निर्मित किए गए भवन की मरम्मत के लिए भी अधिकारियों ने टेंडर करा दिया है.
सरकारी धन लगाया जा रहा ठिकाने
टांडा विकास खण्ड ब्लॉक परिसर में पिछड़ा क्षेत्र विकास निधि से एक रिसोर्सेस सेंटर और पंचायत भवन का निर्माण किया गया था. भवन का शुभारंभ दिसम्बर 2014 में हुआ था. इस भवन के निर्माण में लाखों रुपये की लागत आई थी. एक बार फिर इसी भवन को आधार बना कर ब्लॉक के अधिकारी बजट खारिज कर सरकारी धन को ठिकाने लगाने में जुट गए हैं. विभाग ने इस भवन की मरम्मत के लिए 5 लाख 40 हजार रुपये का टेंडर करा दिया है. इसके साथ ही भवन के दीवार के बाहरी हिस्से के प्लास्टर को भी हटवाना शुरू कर दिया गया है.
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उद्घाटन बाद में हुआ इसलिए कराया जा रहा मरम्मत
स्थानीय निवासी दिनेश वर्मा और सुनील का कहना है कि किसी न किसी काम से ब्लॉक में आना-जाना लगा रहता है. अभी इसका प्लास्टर ठीक था. अब इसे तुड़वाया जा रहा है और मरम्मत के लिए सफेद बालू डम्प करा दी गई है. यह सिर्फ पैसों की बर्बादी हो रही है. भवन वास्तव में जर्जर हुआ है तो इसके निर्माण करने वालों की जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई करनी चाहिए. खण्ड विकास अधिकारी शशांक का कहना है कि भवन का निर्माण पहले हुआ था. उद्घाटन बाद में किया गया था. इसलिए मरम्मत कराई जा रही है.