अंबेडकरनगर: यूपी के स्वास्थ विभाग से बड़ा घोटाला सामने आया है. सीएमओ अंबेडकरनगर पर पांच करोड़ के घोटाले का आरोप है. शासन द्वारा कराए गए प्राथमिक जांच रिपोर्ट में विभाग द्वारा की गई खरीदारी में सीएमओ की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी. प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर अब शासन ने तीन सदस्यीय टीम का गठन कर पूरे मामले की दोबारा जांच करने के लिए भेजा है. महानिदेशक परिवार कल्याण द्वारा बीते 11 अगस्त को जारी पत्र में स्पष्ट तौर पर सीएमओ श्रीकांत शर्मा द्वारा पांच करोड़ से अधिक के घोटाला का जिक्र किया गया है और इसकी पुनः जांच का आदेश दिया गया है.
पत्र के मुताबिक सीएमओ अंबेडकरनगर श्रीकांत शर्मा द्वारा किये गए पांच करोड़ से अधिक के घोटाले की जांच बीते जून माह में तीन सदस्यीय टीम द्वार तीन दिनों तक किया गया था. जांच टीम ने 17 जुलाई को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की. जांच रिपोर्ट के मुताबिक अभिलेखों की जांच में यह पाया गया कि क्रय प्रक्रिया में मानकों को नजर अंदाज कर गलत तरीके से खरीदारी की गई. जांच टीम ने यह भी पाया कि योजना का लाभ ठीक तरीके से लोगों तक नही पहुंच पाया है. जांच टीम द्वारा खरीद प्रक्रिया को कटघरे में खड़ा किये जाने के बाद से ही विभाग में हड़कंप मचा है. बताया जा रहा है कि जिस मामले की जांच हो रही है, वह खरीदारी वर्ष 2022 में हुई थी.
प्राथमिक जांच रिपोर्ट आने के बाद अब शासन ने इस प्रकरण की दोबारा जांच कराने का निर्णय लिया है. महानिदेशालय स्तर से तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. इस जांच टीम में निदेशक डॉ. शालिनी गुप्ता,सयुंक्त निदेशक डॉ. अमित सिंह एवं वरिष्ठ सहायक आशीष सिंह को भी शामिल किया गया है. जांच टीम ने सीएमओ ऑफिस पहुंच कर जांच शुरू कर दी है. जांच टीम आने के बाद पूरे महकमे में हड़कम्प मचा है. लेकिन, विभाग इस बारे में अभी कुछ भी बोलने को तैयार नही है.
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