अंबेडकरनगर: जिले में सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से आई बाढ़ के कारण माझा क्षेत्रों में रह रहे लोगों की मुसीबतें बढ़ गयी हैं. नदी का पानी आबादी में घुस रहा है और तेजी से हो रहे कटान के कारण कई आवासीय छप्पर नदी के पानी में समा गए हैं. कटान कर रही नदी के रौद्र रूप को देख लोग पलायन कर रहे हैं. अत्यधिक पानी की वजह से एक भैंस की मौत भी हो चुकी है. प्रशासन माझा से आ रहे लोगों के रहने की व्यवस्था कर रहा है.
बाढ़ का प्रभाव टाण्डा क्षेत्र के अवसान पुर ग्राम पंचायत में ज्यादा देखने को मिल रहा है. सरयू नदी के जल स्तर में गिरावट होने के हफ्ते भर बाद ही नदी एक बार फिर उफान पर है. नदी का पानी आबादी में घुस रहा है. इस बार नदी माझा क्षेत्र की तरफ तेजी से कटान कर रही है, जिसकी वजह से आधा दर्जन से अधिक आवासीय छप्पर नदी की धारा में समा गए हैं और कई अन्य छप्पर नदी के कटान में समाहित होने के कगार पर हैं.
माझा क्षेत्र के लोग कटान से भयभीत हो कर नावों के द्वारा वहां से पलायन कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि माझा से जानवरों को लेकर आते समय एक भैंस की मौत भी हो गयी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि नदी इस बार तेजी से कटान कर रही है. वहीं प्रशासन ने बाढ़ को देखते हुए राहत कैम्प लगया है. अवसान पुर कैम्प के प्रभारी आशीष ने बताया कि लोगों से माझा छोड़ कर यहां आने की अपील की गई है. यहां उनके लिए सभी तरह की व्यवस्था की गई है.