अंबेडकरनगरः प्रदेश में पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. उम्मीदवार एक बार फिर वोटरों के लुभाने के लिए उनके पास पहुंचना शुरू कर दिए हैं. चुनाव को लेकर अभी तारीख का एलान बाकी है, लेकिन ग्रामीणों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का कितना फायदा गांव तक पहुंचा इसकी भी चर्चा तेज हो गई है. वहीं दूसरी तरफ इस बार के पंचायत चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियों ने भी दिलचस्पी दिखाई है, ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार का पंचायत चुनाव किसी भी तरह से सामान्य नहीं होने वाला है.
इसी चुनावी समर के बीच ईटीवी भारत अंबेडकरनगर के टाण्डा विधानसभा के चितौरी गांव में पहुंचा और स्थानीय नेताओं और ग्रामीणों से क्षेत्र में पंचायत स्तर के विकास पर चर्चा की. इस राजनीतिक बहस में सभी पार्टियों के नेता और पंचायत सदस्यों ने हिस्सा लिया. ग्रामीणों के सवाल पर नेताओं ने अपने तर्क से जवाब दिया तो वहीं राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच गरमा गरम बहस देखने को मिली. सत्ता पक्ष से जुड़े नेताओं ने जहां पंचायतों द्वारा विकास का दावा किया गया वहीं विपक्ष के जिला पंचायत सदस्यों ने जिलापंचायत अध्यक्ष पर उनके क्षेत्र का प्रस्ताव का स्वीकार न करने का आरोप मढ़ा.
पंचायत का महासंग्राम कार्यक्रम में स्थानीय लोगों के साथ भाजपा से वरिष्ठ नेता राम सूरत मौर्या और जिला मंत्री आदर्श चौधरी ने अपना पक्ष रखा जबकि बसपा की तरफ से दो जिला पंचायत सदस्य साधू वर्मा और लालबहादुर ने हिस्सा लिया,कांग्रेस की तरफ से वरिष्ठ नेता शिकन्दर ,सपा की तरफ से ब्लाक अध्यक्ष मंशाराम वर्मा ,आप की तरफ से जिलाउपाध्यक्ष राकेश वर्मा और ग्राम प्रधानों के प्रतिनिधि के तौर पर प्रधान संघ के जिला प्रभारी सियाराम वर्मा ने अपनी बात रखी.