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अम्बेडकरनगर: मनरेगा जॉब कार्ड धारकों के खातों में नहीं पहुंची 1000 रुपये की धनराशि

लॉकडाउन में मुसीबतों की मार झेल रहे मजदूरों को राहत देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने कई बड़ी घोषणाएं की है. इसी के तहत सरकार ने मनरेगा जॉब कार्ड धारक मजदूरों के खातों में एक-एक हजार रुपये देने की घोषणा की थी, लेकिन हकीकत में क्या यह धनराशि मजदूरों तक पहुंच पाई या नहीं, इस सच्चाई को जानने के लिए ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर जाकर कुछ मजदूरों से बातचीत की. देखिए अम्बेडकरनगर से यह रिपोर्ट...

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अम्बेडकरनगर में मनरेगा मजदूरों के खाते में नहीं पहुंचा एक हजार रुपये.
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Published : Apr 30, 2020, 11:45 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST

अम्बेडकरनगर: उत्तर प्रदेश सरकार ने मनरेगा मजदूरों को एक-एक हजार रुपये देने की घोषणा की थी, जिससे मजदूरों की मुसीबतों को कम किया जाय. इस घोषणा की हकीकत को जानने के लिए टाण्डा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत रामपुर कला में ईटीवी भारत की टीम पहुंची. यहां तालाब की खुदाई में सैकड़ों मजदूर कार्य कर रहे थे.

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काम करते मनरेगा मजदूर.

ईटीवी भारत ने जब इन मजदूरों से बात की तो जो तस्वीर सामने आई, वो काफी चौंकाने वाली थी. अधिकांश मजदूरों के खातों में एक हजार की धनराशि अभी तक नहीं पहुंची है. हालांकि कि इनमें से कुछ जॉब कार्ड धारक ऐसे हैं, जिन्होंने चार वर्षों से कार्य ही नहीं किया है.

ईटीवी भारत ने जानी जमीनी हकीकत.

लॉकडाउन: मजदूरों का पलायन जारी, भूखे पेट 5 दिनों से कर रहे हैं सफर

ईटीवी भारत से बात करते हुए अधिकांश मजदूरों ने बताया कि सरकार ने घोषणा तो की है, लेकिन उनके खाते में पैसा नहीं आया है. जबकि हमारा कार्ड भी चालू है. बैंक का कई बार चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन पैसा अभी तक खाते में नहीं आया है.

अम्बेडकरनगर: उत्तर प्रदेश सरकार ने मनरेगा मजदूरों को एक-एक हजार रुपये देने की घोषणा की थी, जिससे मजदूरों की मुसीबतों को कम किया जाय. इस घोषणा की हकीकत को जानने के लिए टाण्डा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत रामपुर कला में ईटीवी भारत की टीम पहुंची. यहां तालाब की खुदाई में सैकड़ों मजदूर कार्य कर रहे थे.

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काम करते मनरेगा मजदूर.

ईटीवी भारत ने जब इन मजदूरों से बात की तो जो तस्वीर सामने आई, वो काफी चौंकाने वाली थी. अधिकांश मजदूरों के खातों में एक हजार की धनराशि अभी तक नहीं पहुंची है. हालांकि कि इनमें से कुछ जॉब कार्ड धारक ऐसे हैं, जिन्होंने चार वर्षों से कार्य ही नहीं किया है.

ईटीवी भारत ने जानी जमीनी हकीकत.

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ईटीवी भारत से बात करते हुए अधिकांश मजदूरों ने बताया कि सरकार ने घोषणा तो की है, लेकिन उनके खाते में पैसा नहीं आया है. जबकि हमारा कार्ड भी चालू है. बैंक का कई बार चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन पैसा अभी तक खाते में नहीं आया है.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST
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