अंबेडकर नगर: जिले में गांव की गलियों में उजाला करने के लिए ग्राम पंचायतों द्वारा लाखों रुपये खर्च किये गए हैं. ग्राम प्रधान और जिम्मेदार अधिकारियों ने मिलकर पूरे जिले में बड़े पैमाने पर बिजली से जलनी वाली स्ट्रीट लाइटों की खरीददारी की है, जबकि जिले के किसी भी ग्राम पंचायत ने विभाग से बिजली कनेक्शन नहीं लिया है. हैरत की बात है कि स्ट्रीट लाइटों के नाम पर पैसा खारिज करने वाले अधिकारी ने भी इस बात की तहकीकात करना मुनासिब नहीं समझा कि बिना कनेक्शन लाइटें कैसे जलेंगी.
अधिकांश खराब पड़ी है लाइटें
जिले के 9 विकास खण्डों में 927 ग्राम पंचायतें हैं. इनमें से तकरीबन सभी ग्राम पंचायतों में स्ट्रीट लाइट के नाम पर लाखों रुपये खर्च किये गए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बाजार दर से काफी ज्यादा कीमत पर इन लाइटों की खरीद हुई है और एक लाइट पर तकरीबन तीन हजार रुपये खर्च किये गए हैं. बताया जा रहा है कि गांवों में जो लाइटें लगाई गई हैं. उनमें से अधिकांश खराब पड़ी हैं और पंचायतों ने उनकी मरम्मत भी नहीं कराया है.
बिजली कनेक्शन हुआ नहीं और खरीद ली लाइटें
गांव की गलियों में स्ट्रीट लाइट लगवाने के लिए ग्रामपंचायतों को बिजली कनेक्शन लेना जरूरी होता है, लेकिन जिले के किसी भी ग्राम पंचायत ने कनेक्शन नहीं लिया, हैरत की बात है कि जिम्मेदार अधिकारी भी पैसा खारिज करते रहे और यह जानना मुनासिब नहीं समझा कि जो लाइटें खरीदी जा रही हैं. वह वगैर कनेक्शन जलेगी कैसे. यही नहीं बताया यह भी जा रहा है कि अधिकांश ग्राम पंचायतें हर वित्तीय वर्ष में हजारों रुपये लाइट व्यवस्था के नाम पर खर्च कर चुकी हैं. कनेक्शन न होने की वजह से अधिकांश जगहों पर इन लाइटों का कनेक्शन भी काट दिया गया है.
बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता ए के दोहरे ने बताया कि स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए ग्राम पंचायतों को कनेक्शन लेना जरूरी है, लेकिन अभी तक जिले में किसी भी ग्राम पंचायत ने कनेक्शन नहीं लिया है, जिले के सभी अधिशाषी अधिकारियों को पत्र भेज कर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा.