अम्बेडकरनगर: लॉकडाउन के दौरान गैर प्रदेशों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जनपद तक पहुंचाने के लिए सरकार श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन चला रही है. इससे मजदूरों को मुफ्त में उनके गृह जनपद तक पहुंचाने की घोषणा की गई है. लेकिन सरकार की यह घोषणा हवा हवाई ही साबित हो रही है. मजदूरों का कहना है कि गुजरात से जो ट्रेन मजदूरों को लेकर आई इसमें सभी से किराया वसूला गया है.
बता दें कि सरकार ने प्रवासी मजदूरों को ट्रेन से उनके घरों को भेजने की व्यवस्था शुरू की, तो इन मजदूरों से भाड़ा वसूलने को लेकर सियासत शुरू हो गई. कांग्रेस ने मुद्दा उठाया तो केंद्र सरकार ने कहा कि 85 प्रतिशत भाड़ा रेलवे देगी और 15 प्रतिशत राज्य सरकारों को वहन करना पड़ेगा. मजदूरों से पैसा नहीं लिया जाएगा.
वहीं जब सोमवार की शाम गुजरात से चलकर श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन अकबरपुर रेलवे स्टेशन पहुंची, उसमें सवार यात्रियों का कहना है कि उनसे 630 रुपये टिकट का लिया गया है. जबकि कुछ घण्टों पहले जो ट्रेन पंजाब से आई थी उसमें सवार यात्री मुफ्त में आए थे.
अम्बेडकरनगर: गुजरात से आए प्रवासी मजदूरों का आरोप, वसूला गया किराया
अम्बेडकरनगर में लॉकडाउन के दौरान गुजरात से आए मजदूरों का आरोप है कि उनसे ट्रेन का किराया वसूला गया. जबकि कुछ घण्टों पहले जो ट्रेन पंजाब से आई थी उसमें सवार यात्री मुफ्त में आए थे.
अम्बेडकरनगर: लॉकडाउन के दौरान गैर प्रदेशों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जनपद तक पहुंचाने के लिए सरकार श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन चला रही है. इससे मजदूरों को मुफ्त में उनके गृह जनपद तक पहुंचाने की घोषणा की गई है. लेकिन सरकार की यह घोषणा हवा हवाई ही साबित हो रही है. मजदूरों का कहना है कि गुजरात से जो ट्रेन मजदूरों को लेकर आई इसमें सभी से किराया वसूला गया है.
बता दें कि सरकार ने प्रवासी मजदूरों को ट्रेन से उनके घरों को भेजने की व्यवस्था शुरू की, तो इन मजदूरों से भाड़ा वसूलने को लेकर सियासत शुरू हो गई. कांग्रेस ने मुद्दा उठाया तो केंद्र सरकार ने कहा कि 85 प्रतिशत भाड़ा रेलवे देगी और 15 प्रतिशत राज्य सरकारों को वहन करना पड़ेगा. मजदूरों से पैसा नहीं लिया जाएगा.
वहीं जब सोमवार की शाम गुजरात से चलकर श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन अकबरपुर रेलवे स्टेशन पहुंची, उसमें सवार यात्रियों का कहना है कि उनसे 630 रुपये टिकट का लिया गया है. जबकि कुछ घण्टों पहले जो ट्रेन पंजाब से आई थी उसमें सवार यात्री मुफ्त में आए थे.