अम्बेडकरनगर: कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान अपने गृह जनपद वापस आए प्रवासी मजदूरों और स्थानीय स्तर पर बेरोजगारी का दंश झेल रहे कामगारों को रोजगार देने के उद्देश्य से सरकार की तरफ से बड़ी पहल शुरू की गई है. इससे इन प्रवासी मजदूरों को उन्हीं के घरों में ही रोजगार मिल सकेगा और वह स्वावलंबी बन सकेंगे. सरकार के निर्देश पर इन मजदूरों को लोन देने के लिए लोन मेला का आयोजन किया गया. जिससे लोग अपने रोजगार को दोबारा शुरू कर सकें.
ऋण मेले का आयोजन
लॉकडाउन में सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों को स्वालंबी बनाने में किया गया वादा अब पूरा किया जा रहा है. जिले में प्रवासी मजदूरों व स्थानीय लोगों को स्वालंबी बनाने के लिए जिले के उद्योग विभाग के सहयोग से प्रदेश और केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के लिए ऋण मेले का आयोजन किया जा रहा है. जिले के चार विकासखण्ड क्षेत्रों में अलग अलग दिन यह आयोजन शुरू हुआ है. जहां प्रवासी और स्थानीय कामगार पहुंच कर योजनाओं की स्थापना के लिए ऋण का आवेदन कर रहे हैं. जिसमे महिलाएं भी शामिल रहीं.
लोगों ने की सराहना
इस आयोजन में प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जिला एक उत्पाद योजना, मुद्रा योजना, स्टार्टअप एवं स्टैंडअप योजना के अलावा कोविड-19 इमरजेंसी योजना शामिल किया गया है. प्रवासी और स्थानीय स्तर पर आवेदन करने पहुंचे लोगों में बड़ी संख्या में लोग सरकार के इस पहल की सराहना कर रहे हैं.
उद्योग एवं प्रोत्साहन केंद्र के उपायुक्त आशुतोष पाठक ने बताया कि इस ऋण मेले के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा प्रवासी कामगारों को रोजगार से जोड़ने की सरकार की मंशा है. इसीलिए पूर्व से संचालित केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों से आवेदन लेकर प्रक्रिया पूर्ण कराई जा रही है और शीघ्र ही लोगों को ऋण देकर रोजगार शुरू कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि आज के आयोजन में कम से कम पांच सौ लोगों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य है.
अम्बेडकरनगर में लोन मेला का आयोजन, प्रवासी व स्थानीय कामगारों को मिलेगा लाभ
अम्बेडकरनगर जिले में दूसरे राज्यों से आए प्रवासी श्रमिक व स्थानीय कामगारों को लॉकडाउन के दौरान स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से सरकार की तरफ से लोन मेले का आयोजन किया गया. इस आयोजन में प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जिला एक उत्पाद योजना, मुद्रा योजना, स्टार्टअप एवं स्टैंडअप योजना के अलावा कोविड-19 इमरजेंसी योजना शामिल है.
अम्बेडकरनगर: कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान अपने गृह जनपद वापस आए प्रवासी मजदूरों और स्थानीय स्तर पर बेरोजगारी का दंश झेल रहे कामगारों को रोजगार देने के उद्देश्य से सरकार की तरफ से बड़ी पहल शुरू की गई है. इससे इन प्रवासी मजदूरों को उन्हीं के घरों में ही रोजगार मिल सकेगा और वह स्वावलंबी बन सकेंगे. सरकार के निर्देश पर इन मजदूरों को लोन देने के लिए लोन मेला का आयोजन किया गया. जिससे लोग अपने रोजगार को दोबारा शुरू कर सकें.
ऋण मेले का आयोजन
लॉकडाउन में सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों को स्वालंबी बनाने में किया गया वादा अब पूरा किया जा रहा है. जिले में प्रवासी मजदूरों व स्थानीय लोगों को स्वालंबी बनाने के लिए जिले के उद्योग विभाग के सहयोग से प्रदेश और केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के लिए ऋण मेले का आयोजन किया जा रहा है. जिले के चार विकासखण्ड क्षेत्रों में अलग अलग दिन यह आयोजन शुरू हुआ है. जहां प्रवासी और स्थानीय कामगार पहुंच कर योजनाओं की स्थापना के लिए ऋण का आवेदन कर रहे हैं. जिसमे महिलाएं भी शामिल रहीं.
लोगों ने की सराहना
इस आयोजन में प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जिला एक उत्पाद योजना, मुद्रा योजना, स्टार्टअप एवं स्टैंडअप योजना के अलावा कोविड-19 इमरजेंसी योजना शामिल किया गया है. प्रवासी और स्थानीय स्तर पर आवेदन करने पहुंचे लोगों में बड़ी संख्या में लोग सरकार के इस पहल की सराहना कर रहे हैं.
उद्योग एवं प्रोत्साहन केंद्र के उपायुक्त आशुतोष पाठक ने बताया कि इस ऋण मेले के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा प्रवासी कामगारों को रोजगार से जोड़ने की सरकार की मंशा है. इसीलिए पूर्व से संचालित केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों से आवेदन लेकर प्रक्रिया पूर्ण कराई जा रही है और शीघ्र ही लोगों को ऋण देकर रोजगार शुरू कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि आज के आयोजन में कम से कम पांच सौ लोगों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य है.