अम्बेडकरनगरः बीमा और फिक्स डिपॉजिट के नाम पर पैसा जमा कराने वाली कम्पनी ग्रामीणों का करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गई है. कोई बेटी की शादी तो कोई बच्चे की पढ़ाई के लिए गहना बेंचकर पैसा जमा किया था. लेकिन अब सब की उम्मीदों पर पानी फिर गया है. पैसा मांगने पर कम्पनी का एजेंट ग्रामीणों को पुलिस द्वारा जेल भेजवाने की धमकी देता है. निराश ग्रामीणों ने जिला पंचायत अध्यक्ष से मिलकर मदद की फरियाद की है.
मामला टांडा कोतवाली क्षेत्र के तहत ग्राम कोरई का है. जहां पर ग्रामीणों ने 5 साल में पैसा दोगुना होने के लालच में कल्पतरू (KBCL) नामक कम्पनी में कोरोड़ों रुपये जमा कर दिए. किसी ने दस हजार जमा किया तो किसी ने एक लाख रुपये जमा किया था. कुछ ग्रामीण ऐसे हैं जो तीन लाख से अधिक रुपये जमा किये थे. ग्रामीणों का आरोप है कि फिक्स डिपॉजिट का समय पूरा होने के बाद भी अब कम्पनी ग्रामीणों को पैसा वापस नहीं कर रही है. पैसा जमा कराने वाली कम्पनी एक ही गांव से करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गयी है.
अधिक लाभ कमाने के चक्कर में गांव के कई ग्रामीणों ने अपनी सम्पत्ति बेंच कर पैसा लगाया था. ग्रामीण मीना, सीतापति का कहना है कि वे सुहागिन हैं. इसके बावजूद हम लोगों ने बेटी की शादी के लिए गहना बेंच कर इस कम्पनी में जमा किया था. सीतापति का कहना है कि कम्पनी से पैसा नहीं मिला. घर पर कुछ था भी नहीं. इसलिए कर्ज लेकर बिटिया की शादी की थी और कर्ज अभी भी है. गांव में ऐसे तमाम लोग हैं जो बच्चे की पढ़ाई और बेटी की शादी के लिए पैसा कम्पनी में जमा किये थे. लेकिन अब उस पैसे के लिए भटक रहे हैं. कम्पनी ने ग्रामीणों की सारी हसरतों पर पानी फेर दिया है.
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कम्पनी की जालसाजी और एजेंट की दबंगई से परेशान सैकड़ों ग्रामीणों ने जिला पंचायत अध्यक्ष साधू वर्मा से मदद की गुहार लगाई है. ग्रामीणों का आरोप है कि उनके गांव का ही एक युवक सुरेंद्र पाल ने काफी जोर देकर लोगों से पैसा जमा कराया था और कहा था कि कम्पनी नहीं देगी तो मैं दूंगा. लेकिन अब जब हम लोग पैसा मांगने जाते हैं, तो कहते हैं कि कम्पनी चली गयी है. मैं किसका-किसका पैसा वापस करूंगा. ज्यादा बोलोगे तो पुलिस बुला कर जेल भिजवा दूंगा. जिला पंचायत अध्यक्ष साधू वर्मा का कहना है कि ग्रामीणों ने करोड़ों रुपये लेकर फरार होने का आरोप लगाया है. मैं उच्चाधिकारियों से बातकर इस मामले की जांच करवाकर पैसा दिलाने का प्रयास करूंगा.